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शुक्रवार, 24 अप्रैल 2020

1743 ..पोतकर रंग इंद्रधनुषी सच की भयावहता छुपा दी जाती है

शुक्रवारीय अंक में
आप सभी का स्नेहिल
अभिवादन
-------
मरने की ख़बर ढककर,
मारने की कहानी फैला दी जाती है।
हक़ीक़त पर स्याह परदे,
अफ़वाहों में आग लगा दी जाती है।
गाड़कर बिलखता वर्तमान,
अतीत के मुर्दों से गवाही ली जाती है,
दिमाग में भरकर बारूद
चिंगारियाँ हवा में उड़ा दी जाती है।
पोतकर रंग इंद्रधनुषी 
सच की भयावहता छुपा दी जाती है।

©श्वेता


★★★★★

आइये आज की रचनाएँ पढ़ते हैं


धरती कुछ नहीं कहती लेकिन क्या उसकी क्रोध की अग्नि से बढ़ता उसका तापमान हमारे लिए घातक नहीं बनता जा रहा है। तप्त पृथ्वी की ज्वाला ने मौसम के क्रम को बिगाड़ कर रख दिया है और इसी लिए ये साल के दस महीने में तपती ही रहती है। अब तो इतनी भी बारिश नहीं होती कि उसका आँचल भीग जाये और उसको तपन शांत हो जाए। नदियाँ अपने किनारे छोड़ने लगी हैं और कुछ तो विलुप्त होने की कगार पर आ गयी हैं।









मैं कहती हूँ तुमसे आज
कि सुनो, तुम आज मेरी गोदी में सिर रख
फूटकर रो क्यों नहीं लेतीं
पर उससे पहले यारा
मैं तुम्हारे गले लग
तुम्हें अपनी बॉंहों में भींच
अदा करना चाहती हूँ शुक्रिया






क्या
तुमने पाया है कि
किताब के बीच
रखा है
ए़क सूखा गुलाब
जबकि
ताज़ी है
उसकी महक
अब भी
हम दोनों के भीतर । 






एक कालिमा अदृश्य सी
सारे विश्व पटल छाई।
पासे फेंक करे क्रीड़ा
खेले ज्यों चौसर  घाई।
हार किसकी जीत कैसी
भग्न तार उलझे तागे ।।




मुखौटों का है जंगल यहाँ, 
यहाँ लगता हर शख़्स शिकारी है
सच बोलना है ज़ुर्म यहाँ, 
यहाँ हुआ ये आज फ़तवा जारी है।

उम्मीद नहीं कि बचेगा बीमार, 
शायद ये अस्पताल सरकारी है
बच जाएगा पर, हर वो मुज़रिम 
जो नाबालिग बालात्कारी है।

★★★★

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कल का अंक पढ़ना न भूले
कल आ रही हैं विभा दी
अपनी विशेष प्रस्तुति के साथ।

#श्वेता सिन्हा

9 टिप्‍पणियां:

  1. आक्रोशित होने वाली भयावह परिस्थितियों में शांतचित सहज होना स्व संगरोध/निर्विषीकृत/स्वयं डीटॉक्स हो रहा है

    उम्दा लिंक्स चयन के लिए साधुवाद

    स्वस्थ्य रहो... दीर्घायु हो

    जवाब देंहटाएं
  2. वाह!श्वेता ,सुंदर प्रस्तुति !

    जवाब देंहटाएं
  3. "पोत कर रंग इंद्रधनुषी
    सच की भयावहता छुपा दी जाती है।"- कवितामय समसामयिक उपक्रम के साथ-साथ समसामयिक प्रस्तुति के बीच मेरी भी किसी रचना/विचार का होना ... आभार आपका ..

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत सुन्दर प्रस्तुति रचनाएं अति उत्तम

    जवाब देंहटाएं
  5. पूरे के पूरे ल‍िंंक जबरदस्त है श्वेता जी

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत की रोमांचक भूमिका सीधे गहरी उतरती ।
    सुंदर लिंक चयन।
    सभी रचनाकारों को बधाई।
    मेरी रचना को शामिल करने केलिए हृदय तल से आभार।

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत सुन्दर सर . आप ने बहुत अच्छा लिखा हैं सर

    water pollution in hindi

    https://www.chtips.com/

    जवाब देंहटाएं

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