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बुधवार, 22 अप्रैल 2020

1741...अब तो इस तालाब का पानी बदल दो ..



।। भोर वंदन ।।

कैसे मंज़र सामने आने लगे हैं 
गाते गाते लोग चिल्लाने लगे हैं 

अब तो इस तालाब का पानी बदल दो 
ये कँवल के फूल कुम्हलाने लगे हैं

अब नई तहज़ीब के पेश-ए-नज़र हम 
आदमी को भून कर खाने लगे हैं 

दुष्यंत कुमार
इसी के साथ नजर डालें आज की लिंकों पर..✍

💎💎💎




पता नही प्रेम है के नही ... पर कुछ करने का मन करना वो भी किसी एक की ख़ातिर ... जो भी नाम देना चाहो दे देना ... हाँ ... जैसे कुछ शब्द रखते हैं ताकत अन्दर तक भिगो देने की, वैसे कुछ बारिशें बरस कर भी नहीं बरस पातीं ... लम्हों का क्या ... कभी सो गए कभी चुभ गए ... ये भी तो लम्हे हैं तितर-बितर यादों से ...

💎💎💎


*****0*****0*****
नींद में भटकता मन 
चल पड़ा रात में, 
ढ़ूढ़ने सड़क पर..... 
खोए हुए ..... 
अपने अधूरे सपन... 

परन्तु ये सड़क तो.... 

गाड़ी आटो के चीखों से 
आदमियों की बेशुमार भीड़ से 
💎💎💎


उल्टा चला समय का पहिया
जन-जीवन परेशान।
पल-पल मरता है इंसान।।

जीव-जंतु आजाद हो हुए हैं
 कैदी मानव संसार
पल-पल मरता है इंसान।।

कैसी लगी है आज बीमारी

💎💎💎

ये लोग भारत विद्वेष की इबारत पहले लिख लेते हैं सिर्फ घटना का स्थान 
और समय इन्हें फॉर्म में खाली छोड़े गए स्थान पर लिखना होता है..
💎💎💎

लघुकथा दुनिया से..अपवित्र कर्म
लेखन व वाचन: डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी
पौ फटने में एक घंटा बचा हुआ था। उसने फांसी के तख्ते पर खड़े अंग्रेजों के मुजरिम के मुंह को 
काले कनटोप से ढक दिया, और कहा, "मुझे माफ कर दिया जाए। 

💎💎💎

सूखने लगी है वो बेल
जिसमें झमक के आने थे
मोहब्बत के फूल
उसकी जड में
जाने कौन डाल गया नफरत का मठ्ठा

नदियाँ ज्यादा मीठी हो चली हैं
और हम ज्यादा कड़वे...
💎💎💎
हम-क़दम का नया विषय
यहाँ देखिए

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।। इति शम ।।
धन्यवाद
पम्मी सिंह ‘तृप्ति’..✍

9 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात...
    एक बेहतरीन अंक
    आभार
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत सुंदर प्रस्तुति,मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार पम्मी जी।

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सुन्दर प्रस्तुति, मेरी रचना को शामिल करने के लिए हार्दिक धन्य पम्मी जी l

    जवाब देंहटाएं
  4. बेहतरीन लिंको के साथ शानदार प्रस्तुति।
    सभी रचनाकारों को बधाई।

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत ही भाव। बीनी हलचल ...
    आभार मेरी रचना को जगह देने के लिए ...

    जवाब देंहटाएं
  6. बढ़िया प्रस्तुति। हमेशा की तरह।

    जवाब देंहटाएं

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