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बुधवार, 21 जून 2017

705...उठो, पहचानो सच को...

।।सर्वेभ्यो नमो नमः सुप्रभातम्।।

आदरणीय पाठकगण,

अथ श्री योग से,

योगः कर्मसु कौशलम्

आज साल का सबसे लंबा दिन 21 जून, यानी अंतराष्ट्रीय योग दिवस है। आज के दिन योग दिवस

 मनाने का तात्पर्य हमारी लंबी आयु और स्वास्थ्य से हैं। योग शब्द की उत्पति  संस्कृत शब्द 

युज से हुई है। अर्थानुसार योग शब्द दु अर्थी है, एक जोड़, दूसरा समाधी। योग पदध्ति वर्तमान की 

बहुमूल्य विरासत है जो हमारे शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य के लिए उत्तम है।


शायद ये ही कुछ तरीके....जो हमारी जिंदगी को ज़हीन बनातें हैं।


चलिए, आज़ आप सभी के लिए मैं रचनाओं के सागर में से जो पंच रत्न लाई हूँ,

उसे लिंक के माध्यम से पढे....

दिल के जज़्बात से खूबसूरत गज़ल की लुत्फ़ ले...
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ऐ  ख़ुदा  बोल ,मेरी आँख में  पानी  क्यूँ है 
खूबसूरत  तेरी  दुनियाँ  है तो फ़ानी क्यूँ है 

क्यूँ  सवालों के जवाबात न हो तो  भी सही 
उसकी हर बात में हर बात का मानी क्यूँ है 



  ' सुन रही हो पुष्पा ' एक   लघु कथा...
" डैड प्लीज़ अब फिर से शुरू मत हो जाना। आप अपने समय से आगे क्यों नहीं बढ़ते कभी ? कुछ कदम ? वो पास्ट था... गया... अब प्रेजेंट की बात करिए डैड डिअर । "

तीर-ए-नजर से हास्य और व्यंग्य की कला टॉपर उसको कहते हैं ....

  रुपयों-पैसों का भरा बाजार है,
 जो मुद्रा की खनक दिखाए 
टॉपर उसको कहते हैं ।



 विश्वमोहन उवाच से सत्य का दर्पण दिखाती रचना मेरा भारत महान’,

और अद्यतन प्रवहमान निर्झरिणी मे
जड़ता के जगह जगह थक्के जम गये हैं. 



आवाहन  कराती सुंदर संवेदशील कविता.... 

सब पर अब 


उठो, पहचानो सच को,

महसूसो बदली हुई फ़िज़ां,
समेटो अपनी चौधराहट




अन्वीक्षा कर 
नवोद्भावनाओं को जरूर प्रकट करें, 
" विचारों की लौ मदिध्म न होने पाए '
।।इति श्री।।
धन्यवाद।

पम्मी सिंह  






12 टिप्‍पणियां:

  1. वाह्ह्ह...पम्मी जी बहुत सुंदर प्रस्तुति....सराहनीय लिंकों का चयन। बधाई स्वीकार करे।

    जवाब देंहटाएं
  2. शुभ प्रभात....
    वाह....
    आज की प्रस्तुति बेहद आनन्दित कर गई
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  3. विश्व योग दिवस पर आज पम्मी जी ने पेश की है विशेष प्रस्तुति। सादर आभार।

    जवाब देंहटाएं
  4. शुभप्रभात आदरणीय पम्मी जी
    उम्दा ! प्रस्तुतिकरण ,
    रचनाओं के रंगों से भरी ,
    योग दिवस पर
    शब्दों का अनूठा संगम
    शुभकामनायें ,आभार।
    "एकलव्य"

    जवाब देंहटाएं
  5. वाह ! बहुत सुंदर संयोजन ! बहुत खूब ।

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत ही उम्दा प्रस्तुतिकरण...पम्मी जी !
    सुन्दर लिंक संयोजन....

    जवाब देंहटाएं

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