आप सभी का हार्दिक अभिनन्दन करती हूँ
शुभकामनाएँ व सादर अभिवादन स्वीकार करें
प्रस्तुत कर रही हूँ आज की पसंदीदा रचनाएँ...
नियति...उपासना सियाग
कोमल दोनों की आवाजों में अंतर को सुन और पहचान रही थी। बाहर वाले तोते से पिंजरे वाले तोते की आवाज़ कितनी कर्कश थी। परतन्त्रता की एक पीड़ा भी झलक रही थी। आराम कुर्सी पर झूलती हुई कोमल सोच रही थी कि तोते और उसके जीवन में कितना साम्य है। दोनों ही पिंजरे में है।
आज की प्रथम कड़ी..
सपने देख
मशालें देख
गाँव देख
लोग देख
गा सके
तो गा
नहीं गा सके
तो चिल्ला
क्राँति गीत
कहीं भी
किसी भी
गिरोह में
जा और देख
आज बस इतना ही..
आज्ञा दीजिए यशोदा को
चलते-चलते एक देशगान सुनिए
साधना दीदी का पसंदीदा देशगान
बहुत सुन्दर हलचल प्रस्तुति में मेरी पोस्ट शामिल करने हेतु आभार!
जवाब देंहटाएंसभी को स्वतंत्रता दिवस की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं!
आजादी की बधाई । सुन्दर गीत के साथ एक सुन्दर प्रस्तुति । आभार 'उलूक' का सूत्र ''उलूक’ पहले अपना खुद का नामरद होना छिपाना सीख' को स्थान देने के लिये ।
जवाब देंहटाएंसुन्दर संयोजन..
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की शुभतामनाएँ
आज सच में अच्छा महसूस कर रही हूँ
जवाब देंहटाएंख्यातिप्राप्त कवियों की रचनाएं पढ़कर
विशेष डॉ. सुशील जोशी से प्रभावित हुई
ज्वलंत समस्याओं को व्यंग्य के माध्यम से उजागर करते है वे
Bahut sundar prastuti. Sabhi pathakon ko Swadeenta Divas ki hardik shubhkamnaye. Aaj mere rachna Mili Azadi evam meri pasand ke geet ko sammilit karane ke liye hriday se apka abhar Yashoda ji.
जवाब देंहटाएंसभी पाठकों को स्वाधीनता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को स्थान देने के लिए बहुत -बहुत आभारी हूँ । सभी रचनाएँ एक से बढकर एक ।
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जवाब देंहटाएंसार्थक और विचारणीय लिंक बैन ... आपको स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ ...
जवाब देंहटाएंआप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामना
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