सुप्रभात
नमस्कार मित्रो
आँखो मे पानी आने के कारण
जल्दबाजी मे लि गई
लिंको की प्रस्तुति
आशा है आपको आनन्द आएगा
रचनाकार पर....
जब किसान आंसू बोता है
हर पौधा शोला होता है
कुटियों को नचवाया जाता
जश्न महल में जब होता है
हर चुनाव ने इसको लूटा
मतदाता फिर भी सोता है
लोकतंत्र फल-फूल रहा है
संविधान फिर क्यों रोता है
ग्रंथों से मोती बटोरता
गहन लगाता वह गोता है
ज्ञान नहीं खुद का भविष्य फल
जयचन्द्र (जयचन्द), महाराज विजयचन्द्र के पुत्र थे। ये कन्नौज के राजा थे। जयचन्द का राज्याभिषेक वि.सं. १२२६ आषाढ शुक्ल ६ (ई.स. ११७० जून) को हुआ। राजा जयचन्द पराक्रमी शासक था। उसकी विशाल सैन्य वाहिनी सदैव विचरण करती रहती थी, इसलिए उसे ‘दळ-पंगुळ' भी कहा जाता है। इसका गुणगान पृथ्वीराज रासो में भी हुआ है। राजशेखर सूरि ने अपने प्रबन्ध-कोश में कहा है कि काशीराज जयचन्द्र विजेता था और गंगा-यमुना दोआब तो उसका विशेष रूप से अधिकृत प्रदेश था। नयनचन्द्र ने रम्भामंजरी में जयचन्द को यवनों का नाश करने वाला कहा है।
गौमाता भूखी मरे, श्वान खाय मधुपर्क।
समझो ऐसे देश का, बेड़ा बिल्कुल गर्क।।
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चरागाह में बन गये, ऊँचे भव्य मकान।
देख दुर्दशा गाँव की, है किसान हैरान।।
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चोकर-चारा घास के, आसमान पर दाम।
गाय-भैंस को पालना, नहीं सरल है काम।।
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ज़िंदगी भर नफ़ा नुकसान का भान न रहा जब इस बात का एहसास हुआ तो पता लगा आँखें कमजोर हो चुकीं हैं . लोगों को कहते सुना हैं ......... कि नालायक किस्म का इंसान हूँ . अब बित्ते भर की लियाकत होती तो भी कोई बात थी अब तो लियाकत के नाम पर कहते हैं मेरे पास अंगुल भर भी लियाकत नहीं है ऐसा कहते हैं लोग ... ! सही कहते होंगे लायक लोग ही हैं जो लायक और नालायक के बीच अच्छा फर्क तय करके स-तर्क सबको समझा देते हैं .
डियर रीडर्स , आज की इस पोस्ट में मै एक विडियो के बारे में आपको बताता हूँ.इसमें बताया गया है की आप किसी भी प्रोडक्ट या सर्विस के बारे में रिव्यू लिख कर कैसे ऑनलाइन रूपए कमा सकते हैं.इसे पेड़ रिव्यू सर्विस भी कहा जाता है.इंटरनेट पर ऐसी बहुत सी साइट्स हैं जो की आपको अपने प्रोडक्ट या सर्विस का रिव्यू यानि आर्टिकल लिखने के भी रूपए देती हैं.और अगर आप अपने बिजनेस को प्रोमोट करना चाहते हैं तो आप भी ऐसी पेड सर्विसेज से फायदा उठा सकते हैं.इससे काफी ज्यादा फायदा होता है ,रिव्यू लिखवाने वाले को उस रिव्यू से ऑनलाइन कस्टमर मिलते हैं ,और रिव्यू लिखने वाले को उससे रूपए मिलते हैं.
अब दीजिए आज्ञा
धन्यवाद
बढ़िया लिंक्स |
जवाब देंहटाएंवाह,,,,
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंसुंदर...आज आया...काफी देर से...
जवाब देंहटाएंआभार आप का।