सादर अभिवादन
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
निवेदन।
---
फ़ॉलोअर
सोमवार, 20 जनवरी 2025
4374 ....पैदल तो छाँव-छाँव बस निकल गया
6 टिप्पणियां:
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंसुंदर साहित्यिक प्रस्तुति
वंदन
सादर अभिवादन।
जवाब देंहटाएंबाकी के 345 दिन भी यूं ही गुजर जाएंगे, कुछ खट्टी मीठी यादों के साथ।
सुंदर रचनाओं का संकलन।
मेरी पोस्ट को स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार।
सुंदर अंक!
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुंदर हलचल आभार मेरी ग़ज़ल को शामिल करने के लिए
जवाब देंहटाएंhttps://youtu.be/pOrp6ZmhSHk?si=51DqYrBWn8APJSz5
जवाब देंहटाएं