सादर अभिवादन
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
निवेदन।
---
फ़ॉलोअर
रविवार, 26 मई 2024
4138 .. धप से रोक लेती हूं जुबां से फिसलते शब्द
6 टिप्पणियां:
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
दहलीज़ पर बैठे हैं शब्द असमंजस में, देहली पार करें या नहीं ? ये घर हमारा है भी या नहीं ! शब्दों को रोकने की खूब कही ! धन्यवाद सखी ! रचनाएँ पढना बाकी है अभी. शीर्षक और भूमिका से नज़र उलझ गई !
जवाब देंहटाएंसुन्दर अंक
जवाब देंहटाएंशुभ इतवार। गर्मी सच में बहुत है, अपना और अपनों का ख्याल रखें।
जवाब देंहटाएंरचनाओं का सुंदर संकलन। दिल से आभार।
सभी रचनाएं पढ़ लीं सखी ! और सुखद अनुभूति हुई। लिखने वालों का अनुभवी रचना संसार । धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंदेर से आने के लिए खेद है, रचनाएँ अभी पढ़ती हूँ, 'मन पाये विश्राम जहां' को स्थान देने हेतु आभार !
जवाब देंहटाएंआपको जन्मदिवस पर अशेष शुभकामनाएं
हटाएं