आपसभी का स्नेहिल अभिवादन।
न ही स्थानांतरित हो सकता है
सदैव प्रतीक्षारत है
वृक्ष
, पशु, यहाँ तक निर्जीव भी
ओतप्रोत हैं इससे
चट्टानों में जो सोया है
थोड़ा सा जगा है पेड़ों में
पशुओं में कुछ अधिक
और खिल गया है पूरा मानव में
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दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
न ही स्थानांतरित हो सकता है
सदैव प्रतीक्षारत है
वृक्ष
, पशु, यहाँ तक निर्जीव भी
ओतप्रोत हैं इससे
चट्टानों में जो सोया है
थोड़ा सा जगा है पेड़ों में
पशुओं में कुछ अधिक
और खिल गया है पूरा मानव में
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शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंआज प्रस्तुति नहीं दिखी तो मैं बना रही थी
आभार सखी
सादर वंदन
सुन्दर अंक
जवाब देंहटाएंसुप्रभात ! अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस पर चाय के शौकीनों को शुभकामनाएँ ! सुंदर प्रस्तुतीकरण, 'मन पाये विश्राम जहां' को स्थान देने हेतु आभार यशोदा जी !
जवाब देंहटाएंसुंदर अंक! सभी मेरे जैसे चाय प्रेमियों को शुभकामनाएँ🌷
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