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सोमवार, 4 फ़रवरी 2019

1298..हम-क़दम का छप्पनवाँ अंक

स्नेहिल अभिवादन
आज हमारी यशोदा दी का जन्मदिवस है। 
जन्मदिनमिदम् अयि प्रिय सखे
शंतनोतु हि सर्वदा मुदम् ।

प्रार्थयामहे भव शतायु
ईश्वर सदा त्वाम् च रक्षतु ।

पुण्य कर्मणा कीर्तिमार्ज
जीवनम् तव भवतु सार्थकम् 

प्रिय सखि, यह जन्मदिन आपको शुभता 
और प्रसन्नता सदैव के लिए प्रदान करे।
जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ 
आपको मेरी प्यारी दी।
सदैव आरोग्य एवं सुख का आशीष मिलता रहे 
प्रभु से यही प्रार्थना है।
सदा मुस्कुराते रहे दी।

याद,स्मृति हमारे व्यक्तित्व का प्रमुख हिस्सा है।
मन मस्तिष्क के शून्य को भरने वाले विचारों का 
प्रवाह याद पर निर्भर है। 
जीवन का प्रत्येक क्षण दूसरे पल में याद बन जाती है।
जीवन चक्र के साथ चलने वाली नियमित घटनाओं में जब कुछ 
बातें ,दृश्य हमारे मन की संवेदना को छूते हैंं तो मन,मस्तिष्क उसे 
भूल नहीं पाता है और वह एक सुखद,दुखद या और कोई 
भावनात्मक स्मृति बन जाती है।

हमक़दम के इस विशेषांक में
हमारे प्रिय रचनाकारों की लेखनी से 
निसृत यादों के खट्टे-मीठे
स्वाद का आनंद आप भी लीजिए।

आदरणीया रेणु जी

किस जन्म किया  ये महापाप ?
शीतल   होकर  भी सहा   चिर संताप ;
 दूर सभी अपनों से रह  - 

 ढोया सदियों ये कौन शाप ?

नित -नित घटता -बढ़ता रहता

नियति कैसी लिखवाई तूने  ?


आदरणीय पुरुषोत्तम जी

घटाओं पे जब बिखरे है गुलाल,
हवाओं में लहराए है जब ये बाल,

फिजाओं के बहके है जब भी चाल,
तब सिंदूरी वो तेरे भाल, मुझे याद आए....
★★★★★★

शावक हिरण पक्षी मदमाए,
कचनार कली के मुखमंडल खिल आए,

बरबस अरण्य में तुम याद आए, याद तुम आए!
★★★★★
आदरणीया आशा सक्सेना

यहां आओ पास 
बैठो हम उन 
यादों में खो जाएं
वे गीत 
गुनगुनाएं जो 
कभी गाया 
करते थे
★★★★★
आदरणीय रवीन्द्र भारद्वाज....
तेरी याद क्या हैं ?
एक झूठा दिलासा दिलाता हुआ 
साँझ हैं 

साँझ को 
रात में 
रात को 
सुबह में 
तब्दील हो जाना हैं 
★★★★★

आदरणीया कुसुम कोठारी जी



सतरंगी धागों का रेशमी इंद्रधनुषी शामियाना
जिसके तले मस्ती में झुमता एक भोला बचपन ।

सपने थे सुहाने उस परी लोक की सैर के

वो जादुई रंगीन परियां जो डोलती इधर उधर।

मन उडता था आसमानों के पार कहीं दूर

एक झूठा सच, धरती आसमान है मिलते दूर ।
★★★★★
आदरणीया साधना वैद जी

जहाँ हवा के झोंकों में था परस तुम्हारा ,
हर साये में छिपा हुआ था अक्स तुम्हारा ,

पानी पर जब लिख डाले थे नाम तुम्हारे ,
चल मन ले चल मुझे झील के उसी किनारे !
★★★★★★

अनुराधा चौहान

कुछ लम्हे दिल में बस जाते
तो मिटाएं नहीं मिटते
यादों में उनके चित्र
सदा ज़िंदा ही हैं रहते

बचपन से लेकर जवानी
कुछ यादें नई पुरानी
कुछ धुंधले होते चित्र
कुछ तस्वीरें हैं सुहानी


सब कुछ बदल जाता है
वक़्त की तेज रफ्तार में
रिश्ते भी सूखे पात से
उड़ जाते बहार में
ज़िंदगी का बसंत 
फिर लौटकर नहीं आता
ज़िंदगी का भी दामन
छूटता जाता है

चाँदनी लहराकर आँचल
उतर आई है ज़मीं पर
टाँक दिए कुदरत ने तारे

आसमां के चूनर में

चाँद बन बिंदियाँ

चमक उठा अंबर के माथे

★★★★★★
शुभा मेहता
याद
याद है तुम्हें जब पहली बार
कंकू भरे पैरों से तुम आई थी घर में
पायल की रुनझुन कितनी मनमोहक थी
और तुम्हारे नाजुक से पैर
मैं तो बस एकटक देखता ही रह गया ठगा -सा
कितनी खूबसूरत थी तुम .....!
★★★★★
आदरणीया सुधा देवरानी

कहाँ रह गया नन्हा शशि.......
झुक सुदूर तक झाँक रही ।
      
नन्हा शशि तो जिद्द कर बैठा.....
मैं आज नहीं घर जाऊँगा ।
                
याद आती है रवि भैया की......
मैं उनसे यहीं मिल पाऊँगा ।
★★★★★
आदरणीया अनिता सैनी
अनिता सैनी

पुकारती   आँखें,  कंगनें   की  झंकार  छोड़  गया ,
यादों  की  गठरी  , बिस्तर  के  सिरहाने  छोड़ गया ,

क़दमों  के  निशां,  तड़पती   परछाई   छोड़  गया,
अनगिनत यादें, आँगन की दहलीज़ पर छोड़  गया |

★★★★★★

आदरणीया अभिलाषा जी
कुछ टूटे दिल की फरियादें हैं।

न वे दिन हैं ,न वे रातें हैं,
अब बेमौसम बरसातें हैं।

जब वे दिन याद आते हैं,

आंखों से आंसू झर जाते हैं।

न हम रोते हैं,न हंसते हैं,

★★★★★
आदरणीया कामिनी जी
वैसे तो ये एक फिल्म का संवाद है परन्तु है सतप्रतिशत सही ,यादें सच मुच ऐसी ही तो होती है और अगर वो यादें बचपन की हो तो "  क्या कहने "फिर तो आप उनमे डूबते ही चले जाते हो ,परत- दर -परत खुलती ही जाती हैं ,खुलती ही जाती ,कोई बस नहीं होता उन पर। उन यादों में भी सबसे प्यारी यादें स्कूल के दिनों की होती है। वो शरारते ,वो मस्तियाँ ,वो दोस्तों का साथ ,खेल कूद और वार्षिक उत्सव के दिन ,शिक्षकों के साथ थोड़ी थोड़ी चिढ़न और ढेर सारा सम्मान के साथ प्यार ,हाफ टाइम के बाद क्लास बंक करना और फिर अभिभावकों के पास शिकायत आना फिर उनसे डांट सुन दुबारा ना करने का वादा करना और फिर वही करना ,सब कुछ बड़ी सिद्दत से याद आने लगती हैं। सच बड़ा मज़ा आता था,क्या दौर था वो. ........
★★★★★
आदरणीय शशि जी


   यादों की ऐसी पीड़ा भी विचित्र होती है। कोई सांत्वना  काम नहीं देती है। भले ही वक्त ने जख्म को भर दिये हो।

फिर भी कभी- कभी खाली पड़ा यह लंचबॉक्स बचपन के उस टिफिन बाक्स की याद दिला देता है , जिसमें किसी माँ का स्नेह था, किसी मासूम का अरमान था और कितने ही मनपसंद व्यंजन थें उस बालक के , जिसे खोने के बाद टिफिन तो अनेक मिले ,परंतु किसमें स्नेह था और किसमें छल, नहीं समझ सका वह पथिक। जब भी कभी क्षुधा की अग्नि भड़की या मन ने ज़िद ही कर दिया कि आज तो यह चाहिए, उसे डांट पड़नी निश्चित है, क्यों कि विवेक उस पर अपना वर्चस्व चाहता है। भले ही जागते रहे वह सारी रात , मनाने फिर कोई नहीं आएगा उसकी इस पुकार पर- 
★★★★★

आप सभी के द्वारा सृजित आज का यह अंक आपको कैसा लगा?
आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रियाओं
की सदैव प्रतीक्षा रहती है।

हमक़दम के अगले विषय के बारे
में जानने के लिए
कल का अंक देखना न 
भूले।

आज के लिए इतना ही।

-श्वेता सिन्हा

30 टिप्‍पणियां:

  1. किस जन्म किया ये महापाप ?
    शीतल होकर भी सहा चिर संताप ;
    दूर सभी अपनों से रह..

    रेणु दी की इस रचना को बार बार पढ़ने की इच्छा हो रही है। सच तो यही है कि नियति कभी किसी सवाल का जवाब नहीं देती है।
    हर प्राणी को स्वयं उसके अनुसार ढलना होता है। हँस कर या रोकर। मिट कर या कर्मपथ पर चलते हूँ।
    यशोदा दी ने नियति से सवाल करने की जगह स्वयं ही अपनी राह विपरीत परिस्थितियों में भी चयन कर ली। आज ब्लॉग जगत में उनका बड़ा नाम-सम्मान है। अन्यथा तो कितने लोग इस बीमारी का नाम सुनते ही,जीवन की बाजी यूँ ही हार जाते हैंं।
    आज दी को उनके जन्मदिन पर अनेक शुभकामनाएँँ।
    श्वेता जी ने प्रस्तुति के प्रारंभ में दी भी है,सुंदर शब्दों में।
    पथिक की यादों को स्थान देने के लिये आभार। सभी को सुबह का प्रणाम।

    जवाब देंहटाएं
  2. किन शब्दों में
    लिक्खूँ आभार
    तुमको..ए
    मेरी छुटकी..
    मेरी अनुजा...
    तुझमे...ए
    छुटकी..देखती हूँ.. तुझे जब
    लगता है मुझे ऐसा कि ...
    एक आईना..
    सामने रख दिया है किसी ने
    पुनः आभार..
    उम्दा प्रस्तुति...
    सादर...

    जवाब देंहटाएं
  3. सस्नेहाशीष व शुभकामनाओं के संग हार्दिक बधाई जन्मदिन की छोटी बहना

    उम्दा संकलन

    जवाब देंहटाएं
  4. जन्मदिन और साथ में यादों का यह अद्भुत पिटारा। प्रार्थयामहे भव शतायु। मुबारक! बधाई!!! शुभकामनाएं!!!

    जवाब देंहटाएं
  5. आज की यह प्रस्तुति, जो आदरणीया यशोदा दी की जन्मदिन के दिन प्रस्तुत की गई है, और उन्हें ही समर्पित है,हमें गौरव व दर्द का मिश्रित अनुभव करा रही है। उनके चिर स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। ईश्वर उन्हें लम्बी आयु दे तथा वे हमारे हम सभी को मार्गदर्शन प्रदान करते रहें । आदरणीया श्वेता जी, जिनमें उनका स्नेह निमित्त है, को धन्यवाद जिन्होने इस अवसर को यादगार बनाया और एक मुस्कुराहट बिखेर दी इस पटल पर। जन्म है तो मरण भी अवश्यमभावी है, डर कैसा, यह जीवन ही खुद आपाधापी है, यादें देकर जो जाते हैं राह नई दिखला जाते हैं वे मिटते नही, अमर हो जाते हैं । आप हमेशा याद आएंगी हमें ।
    आदरणीया दीदी को हम सभी की तरफ से ढेरों शुभकामनाएं । आप दीर्घायु हों, शतायु हों।

    जवाब देंहटाएं
  6. "प्रार्थयामहे भव शतायु
    ईश्वर सदा त्वाम् च रक्षतु ।'
    जन्मदिन की आकाश भर बधाइयाँँ एवं शुभकामनाएँँ यशोदा जी !! श्वेता जी खूबसूरत और यादगार प्रस्तुति ।

    जवाब देंहटाएं
  7. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  8. तमाम ब्लाॅगर के लिए आवश्यक सूचना:

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    शुक्रिया

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  9. जन्मदिन की शुभ कामनाएं यशोदा जी |मेरी रचना शामिल करने के लिये आभार सहित धन्यवाद श्वेता जी |

    जवाब देंहटाएं
  10. सर्वप्रथम यशोदा जी को जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामाएं
    सुंदर संकलन

    जवाब देंहटाएं
  11. जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ, आदरणीया यशोदा जी 🎂🎂🌹🌹आप के चिर स्वस्थ होने की कामना करती हूँ। ईश्वर आप को लम्बी आयु दे सुख समृद्धि आप के क़दम चूमे |आप का साथ और आशीर्वाद बना रहे|
    बहुत सुन्दर हम क़दम की प्रस्तुति आदरणीया श्वेता जी , मुझे स्थान देने के लिए आप का तहे दिल से आभार |
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  12. आदरू यशोदा जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं । ईश्वर उन्हें स्वस्थ और प्रसन्न रखे । बहुत ही खूबसूरत प्रस्तुति श्वेता ...। मेरी रचना को स्थान देने हेतु हार्दिक धन्यवाद ।

    जवाब देंहटाएं
  13. बेहतरीन यादों से सजा बेहद खूबसूरत अंक सभी रचनाकारों को बहुत बहुत बधाई मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका बहुत बहुत आभार श्वेता जी

    यशोदा जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं

    जवाब देंहटाएं
  14. स्नेही यशोदा सखी को उनके जन्म दिवस पर अशेष शुभकामनाएं एंव बधाई।
    जब भी हो सुबह जाग भोर में पलक पांखूरी खोलो
    सारे स्नेही जन के जीवन में रस घोलो
    सदा बढे सम्मान आपका यश झूले में झुलो
    नैनो की मधुर भाषा से नेह अमृत बस तोलो ।
    जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं सखी।

    आज का विशेष अंक और विशेष बना कर प्रस्तुति दी आपने हर पहलू लाजवाब।
    सभी रचनाकारों को बधाई।
    मेरी रचना को शामिल करने के लिए हृदय तल से आभार।

    जवाब देंहटाएं
  15. स्नेही यशोदा दी को उनके जन्म दिन की अशेष शुभकामनाओं के संग बधाई। विशेष दिन,विषय विशेष पर प्रस्तुति विशिष्ट से संग्रहणीय अंक।
    धन्यवाद श्वेता जी।

    जवाब देंहटाएं
  16. आदरणीय यशोदा जी को जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामना ,भगवान उन्हें दीर्घायु करे ,यादो का ये सफर बहुत सुनहरा रहा ,मेरे रचना को स्थान देने के लिए आभार ,सभी आदरणीय जनो को सादर नमन

    जवाब देंहटाएं
  17. स्नेहमयी दीदी, बहुत सारा प्यार और शुभकामनाएँ। आप सदैव स्वस्थ और प्रसन्न रहें,आपके जीवन में स्नेह और सुख की वर्षा होती रहे और इस स्नेह सिंधु के स्नेहजल से हमारे हृदय कलश भी परिपूर्ण हो छलकते रहें। आपके जन्मदिन पर ईश्वर से आपके स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की प्रार्थना की है।
    बहुत ही सुंदर और यादगार अंक के लिए प्रिय श्वेता बधाई की पात्र हैं। सभी रचनाएँ अप्रतिम हैं।

    जवाब देंहटाएं
  18. जन्मदिवस की अनंत शुभकामनाएं आदरणीया,
    ईश्वर की कृपा आप पर सदा बनी रहे।
    आज का यह अंक बहुत ही सुन्दर और भावपूर्ण है
    श्वेता जी,सभी रचनाकारों को बधाई, मेरी रचना को स्थान देने के लिए सहृदय आभार

    जवाब देंहटाएं
  19. जन्मदिन पर शुभकामनाएं यशोदा जी और आदरणीय रूप चंद्र शास्त्री जी के लिये। सुन्दर संकलन सुन्दर प्र्स्तुति।

    जवाब देंहटाएं
  20. आदरणीया यशोदा जी को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ ...

    बहुत ही सुंदर अंक
    उम्दा रचनाएं
    मेरी रचना को संकलित करने के लिए आभार........ जी सहृदय

    जवाब देंहटाएं
  21. प्रिय श्वेता - बहुत ही लाजवाब अंक यादों का महकता उपवन और उस पर यशोदा दीदी का जन्मदिन इसे और भी खास बना रहा है |मेरी हार्दिक शुभकामनायें और प्यार स्नेहिल दीदी के लिए | उनका सकारात्मकता और जीवटता भरा जीवन दूसरों के लिए प्रेरणा भरा है | आभासी दुनियासे जुड़कर हमलोग उनके स्नेह के भागी बने ये हमारा सौभाग्य है | ईश्वर उन्हें स्वास्थ्य लाभ दे और दीर्घायु हों यही दुआ और कामना है | यादों की महफ़िल में सबकी अनमोल यादों का खजाना मंच पर अपनी महक बिखेर रहा है | सभी रचनाकारों ने कमाल लिखा है | सभी को हार्दिक शुभकामनायें और बधाई | मेरी रचना को शामिल करने के लिए सहृदय आभार | शानदार भावपूर्ण सराहनीय भूमिका के लिए तुम्हे हार्दिक बधाई और मेरा प्यार |

    जवाब देंहटाएं
  22. आदरणीया यशोदा बहन जी को जन्म दिवस की मंगलकामनाएँ।

    यादें जीवन की अनमोल पूँजी हैं जो हमें खट्टे-मीठे अनुभव से लबरेज़ रखती हैं। रचनाकारों के अपने-अपने दृष्टिकोण यादों का इंद्रधनुष जैसे खिल गये हैं।

    सभी रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएँ।

    शानदार प्रस्तुतीकरण के लिये श्वेता जी को बधाई।

    जवाब देंहटाएं

  23. प्रिय यशोदा जी ! जन्मदिन की आपको हार्दिक बधाइयां एवं कोटिश: मंगल कामनाएं ! ईश्वर आपको सदैव सुखी रखें ! आपका हर स्वप्न साकार हो और यश और सफलता सदैव आपके चरण चूमे ! आज का अंक बहुत ही सुन्दर एवं पठनीय ! मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हृदय से बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आभार श्वेता जी !


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  24. आदरणीय यशोदा जी की जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं ऊपर वाला आपको चिर आयु दे।
    यादों से भरी इस महफ़िल से रूबरू करवाने के लिए स्वेता जी बहुत बहुत आभार।

    जवाब देंहटाएं
  25. यशोदा दी मुझे अभी और आज पता चला कि कल आपका जन्मदिवस था...इसलिए देर से परन्तु हृदय से आपको जन्मदिन की ढ़ेर सारी शुभकामनाएँ।

    जवाब देंहटाएं
  26. आदरणीय यशोदा जी को जन्मदिन की अनन्त शुभकामनाएं...।
    यशोदा जी गरिमामय सुन्दर तश्वीर के साथ शानदार प्रस्तुतिकरण उम्दा लिंक संकलन..
    मेरी रचना को स्थान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद श्वेता जी...सस्नेह आभार..

    जवाब देंहटाएं
  27. आदरणीया यशोदा बहन को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ। इस प्रस्तुती के लिये श्वेता जी को बधाई एवं सभी रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएँ।

    जवाब देंहटाएं
  28. लाजवाब अंक देरी के लिए माफ़ी चाहता हूँ जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ, आदरणीया यशोदा जी

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  29. जन्मदिन की हार्दिक बधाई यशोदा दी

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