सुप्रभात
मैं और पुराना टी.वी.
रंगीन जीवंत तस्वीरें,
पंहुचाई हैं तुम तक
प्रिय-अप्रिय आवाजें.
सालों-साल तुम्हें सिखाया है
इस पुराने टी.वी. ने,
तुम्हारा दिल लगाया है इसने.
१
वो ऊपरवाला ही ,जोड़ियां बनाता है ,
साथ कई जन्मो का ,शादी का बन्धन है
सब अपनी बीबी से प्यार किया करते है,
कभी कभी आवश्यक,प्यार का प्रदर्शन है
सैरसपाटे पर तुम ,पत्नी को ले जाओ,
हरेक साल हनीमून,बढ़ता अपनापन है
पत्नी संग सेल्फी ले ,फेसबुक पर पोस्ट करो,
व्हाट्सएप में डालो,आजकल ये फैशन है
खामोश लब बोले नयन ह्रदय विहल चाँदनी रात में
थामा था हाथ इक दूजे का निभाने के लिये साथ
जगमगा उठा कल्पनाओं का महल चाँदनी रात में
बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंउत्कृष्ट रचनाएँ
सादर
उम्दा प्रस्तुतीकरण
जवाब देंहटाएंअति सुंदर बहुत बहुत आभार
जवाब देंहटाएंबढ़िया अंक।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति Mere blog ki new post par lambe samay baad aapka swagat hai....
जवाब देंहटाएंसुंदर,,,
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