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बुधवार, 18 सितंबर 2019

1524..दामन में चांद और सितारे भरे हैं...


।।भोर वंदन।।
"उषे! बतला यह सीखा हास कहाँ?
इस नीरस नभ में पाया है
तूने यह मधुमास कहाँ?
अन्धकार के भीतर सोता
था इतना उल्लास कहाँ?


सूने नभ में छिपा हुआ था

तेरा यह अधिवास कहाँ?
यदि तेरा जीवन जीवन है
तो फिर है उच्छ्वास कहाँ?"
रामकुमार वर्मा


जीवन की रहस्यमयी बातों और
 उठते विचारों के साथ आप सभी सुधीजनों को आज की लिंकों में शामिल 
रचनाओं की ओर ध्यानाकर्षित करती हूँ..✍
💢💢




पहली पेशकश है..



कहीं उजली,  कहीं स्याह अधेंरों की दुनिया ,

कहीं आंचल छोटा, कहीं मुफलिसी में दुनिया।


कहीं  दामन में चांद और  सितारे भरे हैं ,

कहीं ज़िन्दगी बदरंग धुँआ-धुआँ ढ़ल रही है 
💢💢
दूसरी पेशकश में आनंद ले 

बड़े से बड़े आलिमों के और फ़ाज़िलों के खानदान में भी आमतौर पर एक न एक अक्ल से पैदल हो ही जाता है. यूँ तो हमारा खानदान, जैन-जैसवाल बिरादरी के सबसे पढ़े-लिखे खानदानों में गिना जाता था लेकिन उस में भी एक अक्ल के प्यादे हुए थे.
💢💢





तुझे किसने हक दिया है

तू अपने ही हक की बात कर ले?
जेब में लाइसेंस नहीं है
चुपचाप चालान भर ले।

💢💢




सुकून ही कहीं खो गया

इस शहर में आकर

चमक-दमक की ज़िंदगी

बस दिखावा ही दिखावा

समझ ही नहीं आता

यहाँ इंसान है या छलावा

💢💢





वो ख़त जो तुमने मेरे नाम किये .....
कागज़ के उन टुकडो को दिल से लगा रखा हैं ,
तेरे हरेक लब्ज़ को जिंदगी बना रखा हैं ,
वो ख़त जो तुमने मेरे नाम किये ....
दौरे तन्हाई में वो साथ चलते हैं ,
मेरी थकानो में छाँव धरते  हैं..
💢💢
हम-क़दम का नया विषय
💢💢

।।इति शम।।
धन्यवाद
पम्मी सिंह 'तृप्ति'..✍

8 टिप्‍पणियां:


  1. दौरे तन्हाई में वो साथ चलते हैं ,
    मेरी थकानो में छाँव धरते हैं ,
    सारे जहां में चाहे खिज़ा छाये
    वो फूल मेरे सिराहने महकते हैं .
    उस एक आग को ख़ुदमे में दबा रखा

    यह भी जीने का अपना तरीका है, इस उम्मीद से कि कोई तो अपना है..
    बेहद सुन्दर प्रस्तुति, प्रणाम।

    जवाब देंहटाएं
  2. शुभ प्रभात 🙏💐 बहुत सुंदर प्रस्तुति।मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार पम्मी जी।

    जवाब देंहटाएं
  3. सुप्रभात दी,
    बहुत सुंदर रचनाये सजोये हुये हैं ये अंक अच्छा लगा पढ़कर।
    मुझे स्थान देने के लिये धन्यवाद।

    कहीं उजली, कहीं स्याह अधेंरों की दुनिया ,
    कहीं आंचल छोटा, कहीं मुफलिसी में दुनिया।


    सादर

    जवाब देंहटाएं
  4. वाह!!बहुत खूबसूरत प्रस्तुति !

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत सुंदर प्रस्तुति पम्मी जी भुमिका में सरस काव्य रस्वादन,
    सभी लिंक शानदार मेरी रचना को शामिल करने के लिए हृदय से आभार।

    जवाब देंहटाएं

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