हाज़िर हूँ...! पुनः उपस्थिति दर्ज हो...
प्रश्न है कि जीवन को सफल बनाने के लिए शिक्षा की जरूरत है या डिग्री की ?
शिक्षा ही इतिहास पलटती, फैला दो ये बात जग सारा ।
गली-गली लगाओ नारा, शिक्षा से मिटता अंधियारा ।।
शिक्षा ही बाईबल का कोना, शिक्षा ही मक्का मदीना ।
शिक्षा ही वेदों का सार, शिक्षा ही रब का दरबार ।।
शिक्षा इस विधि में शिक्षक बालकों के सामने एक रचना प्रस्तुत करता है और उसी रचना का अनुकरण कर एक नवीन रचना लिखने के लिये कहा जाता है। इस अनुकरण मे भाषा तो बालक की होती है परंतु उसे शैली के लिये अध्यापक द्वारा बताई जाने वाली रचना पर ही निर्भर रहना पड़ता है। जैसे दिवाली पर निबंध बता कर होली पर लिखने के लिये कहना।
शिक्षा गावों में सामाजिक कुरीतियों का विनाश करने के लिए व्यापक प्रशिक्षण का प्रबंध किया जाए, क्योंकि अशिक्षा में सामाजिक कुरीतियां और अंधविश्वास विकसित होते हैं। समय-समय पर समाज सेवकों द्वारा व्याख्यानों का आयोजन करना भी आवश्यक है। बाल विवाह से हानि, अशिक्षा के दोष आदि शीर्षकों पर बनी फिल्मों का प्रदर्शन भी लाभप्रद सिद्ध होगा।
शिक्षा से बन रही अब महान
समाज में बढ़ रहा उनका सम्मान
शिक्षा से हर क्षेत्र में बाजी मारी
अपनी भूमिका निभाती सारी
इनसे ही होती दुनिया प्यारी
उत्तर :- जीवन को सफल बनाने के लिए शिक्षा की जरूरत है, डिग्री की नहीं ©प्रेमचंद
प्रेमचंद के कुछ अनमोल वचन इस प्रकार हैं - (1) जो आदमी दूसरी कौम से जितनी नफरत करता है, समझ लीजिये कि वह खुदा से उतनी ही दूर है, (2) विपत्ति से बढ़कर.... अनुभव सीखने वाला कोई विद्यालय आज तक नही खुला, (3) जीवन को सफल बनाने के लिए शिक्षा की जरूरत है, डिग्री की नहीं। हमारी डिग्री है- हमारा सेवा भाव, हमारी नम्रता तथा हमारे जीवन की सरलता, (4) अगर हमारी आत्मा जाग्रत नहीं हुई तो कागज की डिग्री व्यर्थ है, (5) अपनी भूल अपने ही हाथों से सुधर जाए तो यह उससे कहीं अच्छा है कि कोई दूसरा उसे सुधारे, (6) बुराई का मुख्य उपचार मनुष्य का सद्ज्ञान है। इसके बिना कोई उपाय सफल नहीं हो सकता, (7) जीवन का वास्तविक सुख, दूसरों को सुख देने में हैं, उनका सुख लूटने में नहीं तथा (8) मैं एक मजदूर हूँ, जिस दिन कुछ लिख न लूँ उस दिन मुझे रोटी खाने का कोई हक नहीं।
विपत्ति से बढ़कर.... अनुभव सीखने वाला कोई विद्यालय आज तक नही खुला,
जवाब देंहटाएंसदाबहार अंक
सादर नमन
असीम शुभकामनाओं के संग सस्नेहाशीष छोटी बहना
हटाएं–'विपत्ति'... से अनुभव सीखने वाला शिक्षित ही हो सकता है... डिग्रीधारी तो विलाप करने में व्यस्त हो जाता है..
शिक्षा के महत्त्व को दर्शाता यह अंक अनेक दृष्टिकोण को समेटे हुए है । शिक्षा क्षेत्र में क्या कमियाँ हैं क्या होना चाहिए इस पर भी विस्तृत लेख है । सच तो ये है कि केवल डिग्री धारक को शिक्षित मान लेना गलत है । उपयोगी अंक । आभार ।
जवाब देंहटाएंजी दी,
जवाब देंहटाएंशिक्षा मनुष्य के आंतरिक गुणों के विस्तार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
डिग्री व्यवहारिक जीवन की सहूलियत खरीदने के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज माना जाता है, जिसपर आर्थिक भविष्य निर्भर करता है।
शायद ... वर्तमान समय में डिग्री अर्जित करने की दौड़ में शिक्षा का महत्व हम भूलते जा रहे हैं,जिसका स्पष्ट प्रभाव समाज के वैचारिक दृष्टिकोण पर पड रहा है।
सभी सूत्र ज्ञानवर्धक हैं। पठनीय और विचारणीय अंक।
सादर प्रणाम दी।
बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएं