कहीं मानव ही धर्म के नाम पर तबाही कर रहे हैं...
कहीं कुदरत का कहर तबाही मचा रहा है...
किसान मजबूरियों के बोझ तले दबकर आत्महत्या कर रहे हैं....
ऐसी खबरें पढ़ते हुए...
आज मन बहुत आहत है...
इस लिये बिना रुके....
चलते हैं आनंद के इस सफर पर....
सपने
आधारशिला
पर
रौशन जसवाल विक्षिप्त
शंख हूँ मैं
Mera avyakta
पर
राम किशोर उपाध्याय
तेरी पहचान
My Expression
पर
Dr.NISHA MAHARANA
३ जुलाई - भारतीय सेना के दो महानायकों की पुण्यतिथि
अमर शहीद भगवती चरण वोहरा जी की ११३ वीं जयंती
बुरा भला
पर
शिवम् मिश्रा
गली के उस मोड़ पर......
बारिश की बूंदों के साथ....
आहुति
पर
Sushma Verma
युगों के पार...
मैं और मेरी कविताएं
पर
संध्या शर्मा
आज बस इतना ही...
फिर मिलते हैं...
धन्यवाद।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति कुलदीप जी ।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया हलचल प्रस्तुति हेतु आभार!
जवाब देंहटाएंलाजवाब रचनाएँ
जवाब देंहटाएंसादर
बहुत सुन्दर प्रस्तुति. आभार...
जवाब देंहटाएंbahut sundar prastuti kuldeep jee dhanyavad n aabhar .....
जवाब देंहटाएंआप का हार्दिक आभार |
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