सादर अभिवादन
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
निवेदन।
---
फ़ॉलोअर
सोमवार, 7 अप्रैल 2025
4051 ... विधायिका यानी वह संस्था जो कानून बनाती है
6 टिप्पणियां:
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
हाय राम,
जवाब देंहटाएंबस पांच पूड़ी
देर आयद दुरुस्त आयद
एक शानदार अंक
आभार
सच में भंडारे का प्रसाद देखकर ही मुँह में पानी आ गया
जवाब देंहटाएंसुप्रभात ! सुंदर चित्रों से सजा विशिष्ट अंक, आभार !
जवाब देंहटाएंसुंदर हलचल … आभार मुझे आज की चर्चा में शामिल करने के लिए
जवाब देंहटाएंVery Nice Post.....
जवाब देंहटाएंWelcome to my blog!
आदरणीय मेरी लिखी रचना को इस गरिमा मय मंच में शामिल करने के लिए बहुत धन्यवाद एवं आभार । सभी संकलित रचनाएं बहुत अच्छी है । सभी को बहुत शुभकामनाएं । सादर ।
जवाब देंहटाएं