आपसभी का स्नेहिल अभिवादन।
कहने वाले
लड़कों की फिक्र नहीं कर रहे थे
"लड़कियां तो ऐसी अच्छी लगती हैं"
कहने वाले
लड़कियों की अच्छाइयाँ नहीं सोचते
मिलते हैं अगले अंक में।
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
साल की बोतल में बची दिसंबर की
जवाब देंहटाएंठंडी बूँदों को घूँट-घूँट पीता समय
दार्शनिकता बघारने लगता है-
Wow
जवाब देंहटाएंBeautiful ❤️
Regards
सुबह का चलकर शाम में ढलना
जवाब देंहटाएंजीवन का हर दिन जिस्म बदलना
हसरतों की रेत पे दर्या उम्मीद की
ख़ुशी की चाह में मिराज़ सा छलना
जबरदस्त
सादर
बहुत सुन्दर सूत्रों से सजी आज की हलचल ! मेरे आलेख को आज की हलचल में स्थान दिया ! आपका हृदय से बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आभार श्वेता जी ! सप्रेम वन्दे !
जवाब देंहटाएं