निवेदन।


फ़ॉलोअर

शनिवार, 30 सितंबर 2017

806... विजयादशमी की ढ़ेरों शुभकामनाओं



सभी को यथायोग्य
प्रणामाशीष

यूँ तो कई समर हुए है ,
जीवन की गति देखकर ,
पर हर समर में उसकी आखरी मुहोब्बत ,
उसकी आखरी चूभन है|


आखरी उम्मीद


यह एक अजीब सी स्थिति थी । उस व्यक्ति को समझ नहीं आ रहा था
कि वह पानी पीये या उसे हैण्ड पम्प में डालकर चालू करे ।
उसके मन में तमाम सवाल उठने लगे, अगर पानी डालने पर भी पम्प नहीं चला ।
अगर यहाँ लिखी बात झूठी हुई और क्या पता जमीन के नीचे का पानी भी सूख चुका हो ।
लेकिन क्या पता पम्प चल ही पड़े, क्या पता यहाँ लिखी बात सच हो,
वह समझ नहीं पा रहा था कि क्या करे ?


मेरी आखरी घड़ी


वक़्त ने कहाँ था की रूक जाऊंगा दो पल
मैंने कहाँ टी गुज़र जा; ये उनकी गुज़ारिश हैं...
बड़े सजके सज़दे किए औरो के लिए उन्होनें
मुझसे परे हों गएं यहीं अपनी रंजिश हैं...


अलविदा-ब्लाग-साथीयों


मुझे बहुत दूख है की ईतनी जलदी जाना पड रहा है।
सायद उस समय कमेंट पढने के लीये मेरे पास ईंटरनेट कनेक्शन नही हो।
मै कीसी के लीये सायद आसा और कीसी के लीये निराशा हूं…
दूखी हो के नही जा रहा हूं। और ना ही अपने मन से।


><><



विभा रानी श्रीवास्तव
स्त्री होना गर्व रहा सदा



9 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात बड़ी दीदी
    सराहनीय प्रस्तुति
    बड़े दुख की बात है कि ये आपकी आखिरी पोस्ट है
    तमाशा न करिए दीदी
    आज दशहरा है.. पहली अप्रैल नही...
    आजकल फुल नेटवर्क चल रहा है
    रिक्शे वाले भी ऑनलाईन रहते है..
    ये बहाने बाजी भी छोड़िए....
    बराबर से प्रतिक्रिया देते रहिए
    विजयादशमी की शुभ कामनाएँ
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. एक बोतल पानी
    और आखिरी उम्मीद
    सच में ...
    यकीन मानिए...
    हैंण्डपम्प काम करता है
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  3. शुभकामनाएं दशहरे की सभी को। सुन्दर प्रस्तुति।

    वहम होता है कि शुरु होता है
    आखरी होता है भी वहम होता है
    वहम होता रहे ही अच्छा होता है
    यकीं हो गया किसी को किसी दिन
    पता होता है वहम ही तो खुदा होता है।


    जवाब देंहटाएं
  4. विजयदशमी पर्व की हार्दिक शुभकामनाऐं।
    आज आदरणीया विभा दीदी ने "अप्रैल -फूल" जैसा भ्रम और हास्य प्रस्तुत किया है "आख़िरी" शब्द आधारित लिंक के ज़रिये।
    आख़री लिंक "कुन्नू " जी का है लेकिन भ्रम होता है कि आदरणीया दीदी हमसे दूर जा रही हैं।
    ऐसा हास्यबोध आत्मीयता को और बढ़ा देता है।
    सभी चयनित रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाऐं।
    आदरणीय जोशी सर की आज विस्तृत सारगर्भित टिप्पणी आज के अंक का अलंकरण हो गयी है।
    आभार सादर।

    जवाब देंहटाएं
  5. विजयदशमी पर्व की हार्दिक शुभकामनाऐं..
    वहम,कौतूहल से भरी आज का अंक बहुत बढिया
    सभी चयनित रचनाकारों को बधाई
    आभार।

    जवाब देंहटाएं

आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें

आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।

टिप्पणीकारों से निवेदन

1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।




Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...