ईस्टर फेस्टिवल वसंत ऋतु में पड़ता है।
ईस्टर संडे का यह संदेश है कि सत्य परेशान हो सकता है, परंतु उसे मिटाया नहीं जा सकता। एक दिन वह पुन: जीवित होकर आता है।
ईस्टर
प्रो चित्र भूषण श्रीवास्तव ‘विदग्ध’
जिनकी करतूतों से होते रहते जग में हादसे
निरीहों के खून से जिनके रँगे हैं रास्ते-
हो गई बरबाद जिनके काम से कई जिंदगियाँ-
मौत की ही सज़ा माफिक दिखती उनके वास्ते ।।
ईस्टर
जो कुछ किया और कहा गया है उन सबके लिए
हम उसके सपने को जानते हैं, यह जानना काफी है
कि उन्होंने सपना देखा और मर गये हैं;
और क्या हुआ अगर प्यार की अधिकता से
वे मरते दम तक व्यग्र रहे?
ईस्टर
मसीह के पुनरुत्थान के साथ!
मैं आपसे शांति, खुशी, खुशी की कामना करता हूं
गर्म दिल की गर्मी।
दया, स्नेह और स्वास्थ्य,
एक शब्द में सबसे अच्छा।
आपके प्यार के लिए बधाई!
सब कुछ ठीक होने दो।
ईस्टर
और मैं आपको शुभकामनाएं देता हूं
सभी सपने सच होते हैं - मुझे पता है
बस एक कोशिश करनी होगी -
शायद सब कुछ ठीक हो जाएगा।
आप हमेशा हर चीज में भाग्यशाली रहें
एक प्रियजन आपको निराश नहीं करेगा!
उठी बहस
इस बार जर्मनी में ईस्टर गुंटर ग्रास के लिए शायद मनाया गया था।
अक्सर ईस्टर के अवसर पर जर्मनी में शांति रैलियां निकलती हैं।
इस बार जर्मन शांति आंदोलन के स्वर, उनके बैनर, पोस्टरों को
देखकर लगता था, गोया वे गुंटर ग्रास के समर्थन में सड़क पर हों।
'ईस्टर मार्च' के संस्थापकों में से एक, आंद्रेयास बूरो ने बयान दिया
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पुन: मिलेंगे...
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अब बारी है विषय की
एक सौ ग्यारहवां विषयदिलदारउदाहरण हेतुभारतेन्दु हरिश्चंद्र जी कीरचना
गले मुझको लगा लो ऐ दिलदार होली में
बुझे दिल की लगी भी तो ऐ यार होली में
नहीं ये है गुलाले-सुर्ख उड़ता हर जगह प्यारे
ये आशिक की है उमड़ी आहें आतिशबार होली में
गुलाबी गाल पर कुछ रंग मुझको भी जमाने दो
मनाने दो मुझे भी जानेमन त्योहार होली में
है रंगत जाफ़रानी रुख अबीरी कुमकुम कुछ है
बने हो ख़ुद ही होली तुम ऐ दिलदार होली में
रस गर जामे-मय गैरों को देते हो तो मुझको भी
नशीली आँख दिखाकर करो सरशार होली में।
हमेशा की तरह बेहतरीन..
जवाब देंहटाएंहैप्पी ईस्टर..।
सादर नमन...
वाह!लाजवाब प्रस्तुति विभा जी ।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर।
जवाब देंहटाएंअनूठे विषय पर बहुत सुंदर प्रस्तुति दी।
जवाब देंहटाएंवाह!!!! बेहद खूबसूरत प्रस्तुति।
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