आप सभी को यथायोग्य
प्रणामाशीष
हैदराबाद के हैवानों को नरक का रास्ता दिखाने के लिए साधुवाद...
ऐसे ही सख्त कदम उठाने की ज़रूरत है..
बस यही होना चाहिए नहीं तो बाकि सभी रेपिस्ट के जैसे ये भी नबालिग घोषित कर दिए जाते और सालों - साल केस चलता रहता ।
मेरा यही मानना है रेप केस साबित हो जाये तुरतं सजा दी जानी चाहिए तभी हमारी बेटियां सुरक्षित होंगी और लफंगे प्रजाति के लोगों में डर होगा।
व्यथा
द्रुमदल से निकली पगडंडी
तिमिर में ही ओझल हो जाती
मेरे मन से भी सुलझन की
कोई राह निकल न पाती।
सुंदर, प्रिय और जीवन घातक
जहरीले और अमृत तुल्य
हादसे स्तब्ध हैं
बिना नम्बर कोई गाड़ी बाहर न निकले,
कहीं कोई देर तक झुंड में बैठा हो,
तो लाइसेंस की तरह
इस वजह की भी पूछताछ हो,
नाम,तस्वीर ले लिया जाए ।
जिस तरह आतंकी गतिविधियों पर नज़र रखते हैं,
नज़र रखने के उपाय होते हैं,
वैसे ही संदिग्ध टोली पर भी नज़र हो ।"
‘आत्महत्या’
हैदराबाद सामूहिक बलात्कार मामले के चारों आरोपित पुलिस मुठभेड़ में मारे गए हैं. पुलिस का कहना है कि इन चारों को जांच के सिलसिले में आज तड़के घटनास्थल पर ले जाया गया था. तभी इनमें एक ने दूसरों को इशारा किया और इसके बाद सबने भागने की कोशिश की. इसी दौरान पुलिस ने फायरिंग की जिसमें चारों आरोपित मारे गए।
नीरेन्द्र नाथ
लालबत्ती ने कोई निषेध नहीं प्रकट किया
फिर भी तूफान की गति से धावमान
कलकत्ता शहर
अतर्कित ठहर गया।
ट्रैफिक के दुर्दांत भयंकर धक्के को झेलते
रुके रहे टैक्सी, प्राइवेट कार
टेम्पो, बाघमार्का डबलडेकर
गया... ओ... गया केर् आत्तनाद के साथ
><
फिर मिलेंगे
नया अठानवेवाँ विषय
हालातउदाहरणः
हालात-ए-जिस्म सूरत-ए-जाँ और भी ख़राब
चारों तरफ़ ख़राब यहाँ और भी ख़राब
नज़रों में आ रहे हैं नज़ारे बहुत बुरे
होंटों में आ रही है ज़बाँ और भी ख़राब
रचनाकारः दुष्यन्त कुमार
प्रेषण तिथिः 07 दिसम्बर 2019
(3.00 बजे शाम तक)
प्रकाशन तिथिः 09 दिसम्बर 2019
प्रविष्ठियां मेल द्वारा ही भेजिए
शुभ प्रभात दीदी...
जवाब देंहटाएंक्लिष्ट विषय पर शिष्ट प्रस्तुति
सादर नमन...
सुन्दर लिंक्स
जवाब देंहटाएंसमय की माँग की प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंव्वाहहहहह
जवाब देंहटाएंसादर नमन
संवेदना के चित्र को भरपूर उकेरा। बधाई!!!
जवाब देंहटाएंबहुत ही संवेदनशील समसामयिक समस्याओं पर आधारित लिंको का संकलन... सभी रचनाएं हृदयस्पर्शी एवं उत्कृष्ट...।
जवाब देंहटाएंसभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई।