न जाने की इज़ाज़त जरुरी।
ज्योति स्पर्श
:हाय-तौबा मची जाने क्या-क्या ले जाएंगे
छीना-झपटा बटोरा यहाँ, वहाँ भी पायेंगे।
विभा रानी
वहां नावें भी नहीं थी। सो उसके पास एक ही रास्ता था कि वह नदी उन्हीं स्थानों से पैदल पार करे,
जहां पानी की गहराई बहुत कम थी। मगर उसके सामने एक दूसरी समस्या यह थी
कि उसे यह नहीं मालूम था कि नदी में किस स्थान पर पानी की गहराई कम है।
अधजल गगरी छलकत जाय
अधजल गगरी छलकत जाय
आजकल अपने धन से लेकर दान-पुण्य, समाजसेवा, आध्यात्मिक व धार्मिक रुचि
एवं बौध्दिक क्षमता का बढ-चढक़र बखान करने वालों की कोई कमी नहीं है
बल्कि देखा जाए तो ऐसे लोगों की संख्या में इतनी तेजी से बढाेतरी हो रही है
कि कभी-कभी ऐसीर् ईष्या होने लगती है कि हमारे देश का विकास इस गति से
क्यों नहीं हो पाता। परंतु फिर एक संतोष भी होता है कि देश का
विकास इतना खोखला होने से तो धीमी गति से होना ज्यादा अच्छा है।
अधजल गगरी छलकत जाय
><
हम समझते हैं कि
यह विषय पहले भी दिया गया है
कॉपी नहीं चलेगी..
अस्सी नम्बर का विषय
अहसास
उदाहरणः
प्रकाशन तिथि- 22 जुलाई
प्रविष्ठियाँ ब्लॉग सम्पर्क प्रारूप पर ही मान्य
आदरणीय दीदी सादर नमन..
जवाब देंहटाएंसदा की तरह एक बेमिसाल प्रस्तुति..
साधुवाद..
सादर..
आदरणीया बेमिसाल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबेहतरीन संकलन 👌
जवाब देंहटाएंसादर
सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुप्रभात !
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति ।
सादर..
वाह सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंअधजल गगरी छलकत जाय मुहावरे की प्रासांगिकता बतलाती अच्छी रचनाएँ है सारी दी।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुति।
अधजल गगरी.... वाह ! बहुत अच्छी प्रस्तुति है विभा दी।
जवाब देंहटाएंअधजल गगरी छलकत जाय....उम्दा लिंक्स
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुतिकरण ।
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंअधजल गगरी छलकत जाय पर बहुत ही शानदार प्रस्तुति आदरणीय दीदी | सभी लिंक बहुत ही ज्ञानवर्धक | खासकर बोध कथा और व्यंग लेख ने मुहावरे पर अनोखा ज्ञान दिया | अधजल गगरी छलकत जाय-- एक आधे-अधूरे और गरिमाविहींन व्यक्तित्व का परिचायक है |अपने मुंह मियां मिट्ठू बनना भी शायद इसी मुहावरे का दूसरा रूप है |इसके विपरीत शांत नदी सा व्यक्तित्व अपनी पहचान आप होता है | सच कहा गया नदी जहाँ अधिक गहरी होती है वहां ज्यादा शांत होती है तो उथला पानी शोर मचाकर अपना हल्कापन जाहिर कर देता है | हमेशा की तरह लिक से हटकर प्रस्तुति के लिए कोटि आभार और प्रणाम |
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वाह शानदार हर बार की तरह बेमिसाल प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंहमारी Site पर विजिट करने एवं अपने इस सुंदर संकलन मे हमें स्थान देने के लिए आपका ह्रदय से आभार । हमे आपके पुनः आगमन की प्रतीक्षा रहेगी ।
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