संशय है....
महाशिवरात्रि आज है कि कल
हिन्दुस्तान टाईम्स कहता है
महाशिवरात्रि पर्व इस बार दो दिन 13 व 14 फरवरी को होगा।
दो दिनों में व्रत किस दिन किया जाए इसे लेकर श्रद्धालु असमंजस
में हैं। ज्योतिषियों के अनुसार 13 फरवरी को प्रदोष के साथ
मध्य रात्रि में चतुर्दशी भी है। ऐसे में 13 फरवरी को व्रत रखना
अधिक फलदायक होगा।फाल्गुन के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि
को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। 13 फरवरी मंगलवार
को रात 10:22 बजे के बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगी जो
अगले दिन 14 फरवरी की रात 12:17 बजे तक रहेगी।
हिमांचल में सुबह से बर्फ गिर रही है...
आज हमारे साथ चलिए.....
.......
चलिए अब बारी है हम-क़दम के
छठवें क़दम की ओर
हम-क़दम
सभी के लिए एक खुला मंच
आपका हम-क़दम छठवें क़दम की ओर
इस सप्ताह का विषय है
:::: खलल ::::
उदाहरणः
रोज़ तारों को नुमाइश में खलल पड़ता हैं
चाँद पागल हैं अंधेरे में निकल पड़ता हैं
मैं समंदर हूँ कुल्हाड़ी से नहीं कट सकता
कोई फव्वारा नही हूँ जो उबल पड़ता हैं
कल वहाँ चाँद उगा करते थे हर आहट पर
अपने रास्ते में जो वीरान महल पड़ता हैं
ना त-आरूफ़ ना त-अल्लुक हैं मगर दिल अक्सर
नाम सुनता हैं तुम्हारा तो उछल पड़ता हैं
उसकी याद आई हैं साँसों ज़रा धीरे चलो
धड़कनो से भी इबादत में खलल पड़ता हैं
-राहत इंदौरी
आप अपनी रचना शनिवार 17 फरवरी 2018
शाम 5 बजे तक भेज सकते हैं। चुनी गयी श्रेष्ठ रचनाऐं आगामी सोमवारीय अंक 19 फरवरी 2018 को प्रकाशित की जाएगी ।
इस विषय पर सम्पूर्ण जानकारी हेतु हमारे पिछले गुरुवारीय अंक
11 जनवरी 2018 का अवलोकन करें
आज बस करते हैं
इज़ाज़त दें यशोदा को
सुप्रभात दी,
जवाब देंहटाएंसच में बहुत असमंजस की स्थिति है सही तिथि को लेकर, समसामयिक भूमिका के साथ बहुत सुंदर रचनाओं का संयोजंन है दी। बहुत सुंदर आज का अंक।
'खलल'पर लिखना चुनौतीपूर्ण होगा :)
सस्नेहाशीष संग शिवरात्रि की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंउम्दा प्रस्तुतीकरण के संग सुंदर शब्द
समसमायिक भूमिका के साथ सुंदर संकलन..
जवाब देंहटाएंसभी चयनित रचनाकारों को बधाई
आभार
सुन्दर समसामयिक प्रस्तुतिकरण उम्दा लिंक संकलन....
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत सुंंदर रचनाओं का संयोजन । महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएंसुंदर संकलन ! नया विषय पा गए हैं सब लोग... अब अगले कुछ दिनों दिमाग को खरल करके....खलबत्ते में कूट-काटकर खलल की खिचड़ी पकेगी....औरों का तो पता नहीं,मेरी तो पकेगी...क्या बनेगा ना जाने !
जवाब देंहटाएंसादर.....
बहुत सुन्दर सूत्र संयोजन सुन्दर संकलन।
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