सुबह के छः बजने वाले हैं
भाई विरम सिंह की बनाई प्रस्तुति दिखाई नहीं ही तो
मैं ही बैठ गई आपको ताजा-तरीन रचनाएं पढवाने
चलिएं देखते है अभी तक क्या -क्या लिखा गया है................
फिर मिलते हैं कल
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
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सुबह की शुरुआत एक कप चाय और साथ में इतनी सुंदर रचना से हो जाए तो क्या कहने । हलचल की बहुत सुंदर प्रस्तुति । धन्यवाद ।
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात सुंदर संकलन आभार आपका
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर हलचल प्रस्तुति ...
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर ।
जवाब देंहटाएंकालेज मे lesson का काम ज्यादा होने से प्रस्तुति नही बना पाया और सूचित भी नही कर पाया ।
sundar link sanyojan :) meri rachna ko sthan dene hetu haardik aabhar jsk
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