दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
निवेदन।
---
फ़ॉलोअर
शनिवार, 5 नवंबर 2016
477 .... खरना
9 टिप्पणियां:
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
एक ही विषय पर कई सूत्र ढूँढ कर लाई हैं विभा जी नये अन्दाज की एक सुन्दर हलचल प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंछठ पर्व संबंधी सामयिक लिंक प्रस्तुति हेतु धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंमैं ही रह गई
जवाब देंहटाएंउपवास तो नहीं हूँ
पर उपवास करने वाली बहनों
की सहायता कर रही थी
सारी रचनाओं पर गई
अभी दो दिन में प्रकाशित सभी
रचनाओं के लिंक सहेज कर
रखूँगी..अगले वर्ष के लिए
सादर
अति सुन्दर संकलन ।
जवाब देंहटाएंमनभावन संकलन है यह। बधाई आपको।
जवाब देंहटाएंमनभावन संकलन है यह। बधाई आपको।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छे सूत्र छठ पूजा पर, मनभावन, आभार।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छे सूत्र छठ पूजा पर, मनभावन, आभार।
जवाब देंहटाएंछठ पूजा..... सामयिक,सुन्दर प्रस्तुति ....धन्यवाद ।
जवाब देंहटाएं