महामारी हँस रही बैठी मसानों में | बहो फिर भागीरथी संजीवनी लेकर , स्वस्ति वाचन करेंगे फिर अर्घ्य हम देकर , अभय हो जाएँ हिरण फिर बियाबानों में | घाटियाँ महकें सुहागिन सांध्य बेला हो ,वो जिसका ठीक होना अटका हुआ है सिर्फ इस इंतजार में कि कम से कम इन हालात में शायद तुम किसी रोज पूछोगे 'ठीक हो न?' उसे ठीक कर सकते हैं तुम्हारे शब्ददैनिक जागरण में जब हमने ‘हिंदी हैं हम’ अभियान का आरंभ किया तो नरेन्द्र कोहली जी पहले कार्यक्रम के अतिथि थे। दैनिक जागरण बेस्टसेलर की जब शुरुआत हुई तो पहली सूची नरेन्द्र कोहली ने जारी की थी। संवादी लखनऊ से लेकर बिहार संवादी तक में कोहली जी की भागीदारी रही थी। अपनी भाषा हिंदी को लेकर उनमें एक जबरदस्त प्रेम था और उनका यह प्रेम बहुधा गोष्ठियों में दिख भी जाता था। उनके निधन से हिंदी को अपूरणीय क्षति हुई है। वो हिंदी साहित्य के शीर्ष कलश थे।जिस हाल में दाता रखे वैसे ही जीवन चलेगा डरने घबराने से है लाभ क्या जीवन है एक जुझारू पल सा तभी सफल होगा जब भी बाधाएं निर्बिघ्न पार करेगा |माँ-बहनों की लज्जा लुटती, गलियों में-बाजारों में, गुण्डागर्दी करने वाले, शामिल हैं सरकारों में, लालन-पालन करने वाला, परेशान कारिन्दा है। करतूतों को देख हमारी होता वो शरमिन्दा है।। -- लोकतन्त्र में शासन करने के, सब ही अधिकारी हैं, किन्तु अराजक तत्वों को, क्यों मिलती भागीदारी हैं, मुक्त करो इनसे संसद को, कहता हर बाशिन्दा है। करतूतों को देख हमारी, होता वो शरमिन्दा है।।अपने-अपने मन की आस्था अपने-अपने प्रेम की अवस्था, प्रेम अकसर पा तो लिया जाता है पर वह लेन-देन तक सिमट जाता है, हम सभी भूल गए हैं प्रेम का अर्थ लालसा में भटकता जीवन है व्यर्थ,धन्यवाद।
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
निवेदन।
---
फ़ॉलोअर
मंगलवार, 20 अप्रैल 2021
3004....जड़ से संकट दूर करो मां।
5 टिप्पणियां:
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
सुप्रभात
जवाब देंहटाएंउम्दा हलचल आज की | मेरी रचना को सम्मिलित करने के लिए आभार सहित धन्यवाद कुलदीप जी |
हार्दिक आभार आपका
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंक्स । सुंदर प्रस्तुतिकरण
जवाब देंहटाएंआदरणीय सर, अत्यंत सुंदर और जानदार प्रस्तुति जो नई प्रेरणा देती है और आशा का संचार करती है । माँ हाटेश्वरी से की गई प्रार्थना बहुत ही सुंदर है और मन में आशा और उल्लास जगती है । आरंभ में एक प्रार्थना और अंत में प्रेरम में जीवन जीने का संदेश देती रचना ने इस प्रस्तुति को परिपूर्ण बना दिया ।
जवाब देंहटाएंहृदय से अत्यंत आभार इस सुंदर प्रस्तुति के लिए व आप सबों को प्रणाम ।
बहुत सुन्दर और सार्थक।
जवाब देंहटाएं--
श्री राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ।
--