यहाँ देखिए
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
निवेदन।
---
फ़ॉलोअर
गुरुवार, 20 जून 2019
1434...कितनी सभ्यताएँ हम लाँघ चुके हैं ....
यहाँ देखिए
17 टिप्पणियां:
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
शुभ प्रभात..
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुतिकरण..
आभार...
सादर..
शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंअच्छा लगा..
आज का अंक..
आभार...
सादर..
सराहनीय प्रस्तुतीकरण
जवाब देंहटाएंनृशंसता और बर्बरता का जमाना गया नही है
जवाब देंहटाएंजरा सोचिए तो
कितनी सभ्यताएं हम लांघ चुके है
फिरभी सभ्य हुए है हम कितने !
सुंदर लगी यह रचना। विशिष्ट चिंतन लिए अकथनीय।
समस्त रचनाकारों का भी अभिनंदन ।।।
🙏🙏🙏
हटाएंसाधना वैद जी की विशिष्ट रचना मन को छू गई ...
जवाब देंहटाएंमुक्ति का वरदान पाकर
छूट जाउँगी
सकल इन बंधनों से,
राम तुम बन जाओगे
छूकर मुझे
और मुक्त हो जायेगी
एक शापित अहिल्या ....
अतुलनीय लेखन हेतु साधुवाद व शुभकामनाएं ।
आपने सराहा हृदय प्रफुल्लित हुआ ! उत्साहवर्धन के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद एवं आभार पुरुषोत्तम जी ! सादर !
हटाएंबहुत सुन्दर साहित्यिक हलचल प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंसुंदर साहित्यिक रचनाओं का संगम।
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को स्थान देने के लिए धन्यवाद, रवीन्द्र जी।
शुभकामनाएँँ।
वाह!!बहुत खूबसूरत प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंसभी को प्रश्न के घेरे में लेती सटीक भुमिका। सभी रचनाकारों को बधाई सभी रचनाएँ उत्तम /पठनीय।
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को शामिल करने के लिए तहे दिल से शुक्रिया । सादर।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति रविन्द्र जी ।
जवाब देंहटाएंसभी रचनाएँ अच्छी लगीं। सुंदर प्रस्तुति हेतु आभार रवींद्रजी।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति आज की रवीन्द्र जी ! मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार ! सस्नेह वन्दे !
जवाब देंहटाएंहलचल की बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति। राजीव उपाध्याय
जवाब देंहटाएंउम्दा अंक
जवाब देंहटाएंलाजवाब रचनाएँ
मुझे यहाँ स्थान देने के लिए आभार आदरणीय सादर 🙏
Wah, kya baat hai.
जवाब देंहटाएंMix, Magcloud & Colourlovers profile