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बुधवार, 29 मई 2019

1412.. जितना सुलझाना चाहो उतना ही उलझती जाती है..


।।भोर वंदन।।



प्रकृति की क्रीड़ा के सब छंद;
सृष्टि में सब कुछ है अभिराम,
सभी में हैं उन्नति या ह्रास।



बना लो अपना हृदय प्रशान्त,

तनिक तब देखो वह सौन्दर्य;

चन्द्रिका से उज्जवल आलोक,
मल्लिका-सा मोहन मृदुहास।
जयशंकर प्रसाद 
उपर्युक्त शस्यश्यामला प्रभाती के साथ नजर डालें लिंकों पर..✍

🌾🌾🌾




ज़िन्दगी से

उठापटक जारी है
साँस लेना भी
जैसे भारी है
संशयों के झुरमुट में
लम्हें बीत रहे हैं
हम बूँद-बूँद
पात्र से रीत रहे हैं

🌾🌾🌾




चुरा लाई हूँ तुम्हें

तुम्हारे दरख़्त से
रख दिया है सहेज के 
अपनी नज़्मों के पास
बहुत ख़्वाहिश थी 
बिताऊँ चन्द ल

🌾🌾🌾


कभी अपनी फिक्र नहीं होती उन्हें

दूसरों की चिंता में
अपने सुनहरे जीवन की
कुर्बानी देने से भी
कभी घबराते नहीं वे.
परायों को भी अपना
बना लेने का गुर
कोई इनसे सीखे..

🌾🌾🌾



पिछले दिनों उड़ीसा में तूफ़ान आने के बाद हिंदी की ख़बरों में भी 'मिलियन' शब्द कई बार दिखा। आजकल सोशल मीडिया में फ़ालोअर, व्यू इत्यादि की गणना भी मिलियन में ही होती हैं। ये एक छोटा उदहारण है कि पिछले कुछ सालों में भाषा कैसे बदली है।[वैसे ये भी हो सकता है कि हिंदी मीडिया वालों को मिलियन से लाख में बदलना ही नहीं आया हो और कौन रिक्स ले सोच कर वैसे ही टीप दिया हो अंग्रेजी 



एक पहेली के जैसी लगती है
 ज़िंदगी भी कभी-कभी
जितना सुलझाना चाहो
उतना ही उलझती जाती है
कभी मखमली अहसास देती
उड़ने लगती है आसमान में
खूबसूरत रंग भरने लगती 

🌾🌾🌾

हम-क़दम का नया विषय

यहाँ देखिए


🌾🌾🌾

।।इति शम।।

धन्यवाद

पम्मी सिंह 'तृप्ति'..✍

10 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात...
    चन्द्रिका से उज्जवल आलोक,
    मल्लिका-सा मोहन मृदुहास।
    बेहतरीन अंक
    सादर...

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत सुन्दर प्रस्तुति ।

    जवाब देंहटाएं
  3. भावनाओं के आकाश और अनुभव की ठोस जमीन का संगम है ये अंक। उत्तम .....
    एक पहेली के जैसी लगती है
    ज़िंदगी भी कभी-कभी
    जितना सुलझाना चाहो
    उतना ही उलझती जाती है ... हर पल शायद हम इस पहलू से रूबरू होते है ..

    जवाब देंहटाएं
  4. सुंदर प्रस्तुति हेतु बहुत-बहुत बधाई ।

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत सुंदर प्रस्तुति मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद पम्मी जी

    जवाब देंहटाएं
  6. बेहतरीन प्रस्तुति ,सादर नमस्कार

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत सुंदर प्रस्तुति पम्मी जी हर लिंक शानदार भुमिका मन मोहक
    सभी रचनाकारों को बधाई ।

    जवाब देंहटाएं

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