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मंगलवार, 11 अप्रैल 2023

3725 ..यह कि ..यह कि..यह कि....

 सादर अभिवादन



दुनिया का सबसे जहरीला गार्डन जहां अकेले जाना है मना, सांस लेने पर हो जाते हैं बेहोश
इस गार्डन को डचेस ऑफ नॉर्थंबरलैंड द्वारा बनाया गया था। इसने जड़ी-बूटियों के बगीचे के बजाय एक पॉइजन गार्डन बनाने का फैसला किया था। इस बगीचे में यू ट्री अपने जहर के लिए जाना जाता है, जिसे टैक्सिन भी कहा जाता है। ये किसी को भी 20 मिनट के अंदर मारने की क्षमता रखता है, लेकिन ज्यादातर लोग इसके बारे में नहीं जानते हैं। दरअसल, ये पेड़ टैक्सोल पैदा करता है, जो स्तन कैंसर के इलाज के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। इस बगीचे में तरह-तरह के पेड़-पौधे देखने को मिलते हैं, जो लोगों को हैरान करता है।
 इसे रिकिन का घर भी कहा जाता है, जो आमतौर पर कैस्टर बीन प्लांट के नाम से जाना जाता है। रिकिन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार दुनिया का सबसे जहरीला पौधा है।


अब रचनाएं ....



बात हवा से करता जाता,
सबसे आगे वो हो जाता।

पापा को पोलो खिलवाता,
और मुझे  भी  सैर कराता।

मस्त कलर है इसका काला,
दादा जी  ने  इसको  पाला।




यह कि मैँ हिन्दु मुसलमानों के बीच दरार डालूंगा ताकि मैं लगातार चुनाव जीतता रहूँ. इस पर तो कुछ भी क्या कहना? कौवा कान ले गया कहना ही काफी है और तुम बिना कान चैक किए कौवे की पीछे भागने लगते हो तो मैं भी क्या करूँ? छू लगाने का शौक तो मुझे बचपन से रहा है.

-यह कि ..यह कि..यह कि....

क्या क्या बताऊँ, लोग तो सभी ज्ञानी हैं, सब समझते हैं. मेरी मजबूरी भी समझ ही गये होंगे.
फिर मैं ही क्यूँ अपराध बोध पालूँ?


अकविता


धूप के संसार में
लोग
मोम जैसे बन गये हैं,
चेहरे,
सुबह को कुछ और है,
परन्तु
शाम तक,
पिघल जाते हैं




माँ शब्द आते ही
जेहन में सबसे
पहला इमोशन आता है
सिर्फ प्यार ही प्यार,
दुनिया जहान का प्यार

एक ऐसी अदालत जहां
आपकी हर बात की,
हर गलती की माफी होती है।
एक ऐसा स्कूल
जहां जीवन भर
आपको सीख मिलती है
और सबसे अच्छे
प्यारे विद्यार्थी का मेडल भी।


पिछले अंक मे भी अनुत्तरित
एक प्रश्न ....
मैडम का हिन्दी अर्थ बताइए...

आज के लिए बस
सादर

2 टिप्‍पणियां:

  1. अति उत्तम, सभी रचनाएँ एक से एक अच्छी एवं ज्ञानवर्धक जानकारियाँ देती हैं। जहाँ एक ओर पॉइजन गार्डन तो दूसरी ओर सच बोलने की विवशता। आदरणीय समीर लाल जी एवं आदरणीय शास्त्री जी को विशेष धन्यवाद। सभी संयोजन कर्ताओं का आभार।
    -आनन्द विश्वास

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