निवेदन।


फ़ॉलोअर

बुधवार, 7 नवंबर 2018

1209..एक दीप, तुलसी चौरे पर..


।।प्रात: वंदन।।

ज्योतिर्गमय आकांक्षा का

 सांस्कृतिक आयोजन दिवाली शुचिता 

के साथ प्रकाश को आगे बढाने की पंरपरा। रोशनी, रंगोली और मिठाइयों का दीपोत्सव। 

मिट्टी के दीये, रंग-बिरंगी झालरें,

 कलीरे, मोमबत्ती और पारंपरिक परिधानों से सजे लोगों में झलकती अपनत्व की मिठास के साथ, 
रीति रिवाजों के संग
 आधुनिक दीपों की लड़ियाँ..
  अद्भूत समायोजन है, लोक परंपराओं का आज.. शुभकामनाओं के साथ कुछ पल लिंकों 
पर भी नजर डालें..✍
❄❄


आदरणीय दिगंबर नासवा जी ..वक्त


वक़्त के आँचल तले सपना कुचल गया

फर्श से वो अर्श पे पल भर में आ गए

वक़्त के हाथों में जो लम्हा मचल गया
❄❄


आदरणीय अमिय प्रसून मल्लिक जी की रचना



प्यार नहीं करते मुझसे,

और तुम चुप रहे!

कहो,

अब जो तुम चले गए हो,

ये शामें

तुम्हारी बातों से सिन्दूरी थीं,

मेरी रातों में जो
तुम्हारी ज़ुल्फ़ों का हरदम पहरा घना रहा,
मेरे ख़ामोश दिन..
❄❄



1. जो कल तक हमे देखते नही थे, आज हमे देखकर 
मंद -मंद मुस्कुरा गए,आजकल हमारे भी बाजार में 
कुछ भाव आ गए , लगता है चुनाव आ गए।

2.जो अपने ही किये वादों से भागे फिरते थे, 
आज नयी  घोषणाओं के साथ फिर 
वही जनाब  आ गए।

जो कल तक मंहगी गाड़ियों में फिरते थे, 
आज उनके भी पाँव आ गए , 
लगता है चुनाव आ गए।..
❄❄


आदरणीय सुशील कुमार जोशी जी खास शैली की रचना..


आप 
आ ही 

जाते हैं 

बकवास है 

मानते भी हैं 
❄❄

एक दीप..आदरणीया मीना शर्मा जी की रचना के साथ आज बस यहीं तक ..




कटुता द्वेष मिटाने को !

एक दीप, घर के मंदिर में

भक्ति सुधारस पाने को !

वृंदा सी शुचिता पाने को,

एक दीप, तुलसी चौरे पर !

भटके राही घर लाने को,

एक दीप, अंधियारे पथ पर !
❄❄
हम-क़दम का
चौंवालिसवें अंक का विषय
यहाँ देखिए..

अप्प दीपो भव
(स्वयं दीप बनो)
।।इति शम।।
धन्यवाद
पम्मी सिंह 'तृप्ति'..✍
🌟🌟🌟🌟


11 टिप्‍पणियां:

  1. सुप्रभात,
    सुबह दीपावली
    सभी रचनाकारो को बधाई।

    जवाब देंहटाएं
  2. सुप्रभात। अनंत शुभकामनाएँ। हमारा आपसी स्नेह यूँ ही बना रहे और बढ़ता रहे,ईश्वर से यही प्रार्थना है। दीपपर्व सभी के जीवन में खुशियों का प्रकाश भर दे।
    तमसो मा ज्योतिर्गमय.....

    जवाब देंहटाएं
  3. अनन्त मंगलकामनाएं दीपपर्व पर चिट्ठाकारों,चर्चाकारों, पाठकों, टिप्पणीकारों और दर्शकों के लिये। सुन्दर दीपावली अंक में 'उलूक' की बकबक को जगह देने के लिये आभार पम्मी जी।

    जवाब देंहटाएं
  4. दीप पर्व की शुभकमनाएँ...
    बेहतरीन प्रस्तुति...
    आभार....
    सादर...

    जवाब देंहटाएं
  5. दीपोत्सव की आप सभी को शुभकामनाएँ..
    अच्छी प्रस्तुति...
    आभार...
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  6. दीपावली की हार्दिक शुभ कामनाएं |

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
    सबको दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं!

    जवाब देंहटाएं
  8. प्रिय पम्मी जी -- आज बहुत दिनों के बादआपके द्वारा प्रस्तुत ये अंक पढ़कर बहुत ही अच्छा लगा | खासकर अमिय प्रसून और दिगम्बर जी की रचना बहुत शानदार थी | सभी रचनाकारों को सस्नेह दीपावली की शुभकामनायें और बधाई | आपको भी सपरिवार दीवाली की बधाई और मंगल कामनाएं | |

    जवाब देंहटाएं
  9. अच्छा लिंक संयोजन है आज का ... दीप पर्व की सभी को बधाई हो ...
    आभार मुझे शामिल करने के लिए ...

    जवाब देंहटाएं
  10. बहुत सुंदर प्रस्तुति पम्मी जी, दीप ज्योत्सना सी झिलमिलाती।
    सभी रचनाकारों को बधाई।

    जवाब देंहटाएं
  11. आपका आभार मुझे इसमे जगह देने के लिये

    जवाब देंहटाएं

आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें

आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।

टिप्पणीकारों से निवेदन

1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।




Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...