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मंगलवार, 14 मार्च 2023

3697 ...ध्यान रखिएगा पानी और दाने की जगह में छाया हो

सादर अभिवादन
आधा मार्च निकल गया
बस गर्मी शुरु होने की है
पक्षियों के लिए सकोरों में पानी रखना शुरु कर दीजिए
कुछ अनाज के दाने भी..
ध्यान रखिएगा पानी और दाने की जगह में छाया हो
देखिए क्या चुना है मैंने .....



काश ! .. हो पाता
सहज भी
और सम्भव भी,
फेंक पाना एक बार
उखाड़ कर
समूल उन्हें,
पर यूँ तो
हैं अब
असम्भव ही,




"फूलों की कोमल पंखुडियाँ
बिखरें जिसके अभिनंदन में।
मकरंद मिलाती हों
अपना स्वागत के कुंकुम चंदन में।

कोमल किसलय मर्मर-रव-से
जिसका जयघोष सुनाते हों।
जिसमें दुख-सुख मिलकर
मन के उत्सव आनंद मनाते हों।




क्या तुमने कभी सोचा है
ये है जो शाँतमना-मन्थर-गति प्रवाहित
उसके सीने में ज़ब्त हैं
कितने तूफानों की स्मृतियाँ
कितनी ताप की ऊष्मा
कितनी सर्द रातों की ठिठुरन
कितने कुहासे
कितने गहरे भँवर
कितनी दलदल
कितनी उलझी गाँठें
और कितने गहरे काले अँधेरे….




उम्रदराज लोग
अक्सर भूल जाया करते है
कभी कुछ ,कभी कुछ
अब मुझको ही ले लो
बासठ पार हो गए
त्रेसठवां सरक रहा है
या यूँ कह लो कि चल रहा है
नहीं जी ,दौड़ ही  रहा है



शून्य हो कर भी आकाश समेटे आलोकमय दुनिया,
मुक्त सीना हो सदा, हम ने ताउम्र बस इतना सीखा,

कोई ख़ुश है सिमित चाह से, कोई उम्र भर रतजगा,
राजा हो या रंक हर एक का है अपना अलग तरीक़ा,

आज बस
सादर

6 टिप्‍पणियां:

  1. वजनदार रचनाओं को समेटे यह अंक
    वाकई शानदार है
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. जी ! 🙏
    शुभ दुपहरी वाले नमन संग आभार आपका मेरी बतकही को मंच तक लाने के लिए ...
    आज की आपकी भूमिका में छायादार जगह पर दाने-पानी रखने वाले आपके सविनय अनुरोध ने आज की आपकी बहुरंगी प्रस्तुति में चालीस चाँद टाँक दिए हैं .. शायद ...

    जवाब देंहटाएं
  3. अभी-अभी शान्तनु सान्याल जी की रचना रतजगा पाखी, शुभा मेहता जी की उम्र, ऊषा किरण जी की छपाक और जय शंकर प्रसाद जी की नारी ! तुम केवल श्रद्धा हो .. सभी को पढ़ पाया, सभी अनुपम हैं; पर मेरे ब्लॉग पर कुछ तकनीकी गड़बड़ी और मेरी तकनीकी अज्ञानता के कारण ब्लॉग में 'लॉग इन' किये बिना ही, प्रतिक्रिया दे पाता हूँ।
    जिनके comment वाले section में log in वाले option हैं, उन के blog पर comments ना कर पाने के लिए .. Sorry .. बस यूँ ही ...🙏

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत ही लाजवाब प्रस्तुति सभी लिंक्स बेहद उम्दा एवं पठनीय ।
    सभी रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं ।

    जवाब देंहटाएं

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