रंगोत्सव का पर्व होली तल्लीनता का,मदहोशी का,मस्ती का,नृत्य,नाच का सतरंगी उत्सव है।हंसी,ठिठोली, उल्लास ..कुछ भूल जाने की बहुत याद आने का,महोत्सव होली की बात ही और है।ऐसा नृत्य करता उत्सव है ...
तो क्या ? लेखनी न नाचेगी.. आंनद ले...
वो जो आप सभी के घर रंग है न...हम पाँच लिंकों ने ही तो भेजे हैं..🥳😎 रंगीन शमा सजती रहें.. नजर डालें.. जल्दी- जल्दी मुझे भी आप सभी की तरह बहुत कुछ बनाना है.✍️
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं। 2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें। ३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें . 4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो। प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
टोकरी भर गुलाल
जवाब देंहटाएंके साथ शुभकामनाएं
बेहतरीन अंक
आभार
सादर....
वाह! होली के रस रंग में सजा सुंदर अंक ।
जवाब देंहटाएंहोली की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई दीदी!
वाह!सुन्दर ,रंगीला अंक ।होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएं~ महिला दिवस की शुभकामनाए ~
जवाब देंहटाएं