बस
सादर
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आपका अतिशय आभार कविता को अपनी सूची में स्थान देने के लिये और कविता की पंक्तियों को आज का शीर्षक बनाने के लिये। आपका साहित्य के प्रति अप्रतिम प्रेम इस मंच की गुणवत्ता बनाये रखे, यह ईश्वर से प्रार्थना है।
जवाब देंहटाएंआभार..
हटाएंपालागन पण्डित जी
सादर..
बेहतरीन सूत्रों से सजी सराहनीय अंक आदरणीय सर।
जवाब देंहटाएंलेख नहीं पढ़ पाए हैं।
मेरी रचना सम्मिलित करने के लिए बहुत बहुत आभार।
सादर
बहुत अच्छे लिंकों से सजा अंक।
जवाब देंहटाएंअभी सरसरी तौर पर पढ़ ली हूँ। कल स्कूल की छुट्टी है सो आज की रात अपनी है। वैसे निंदिया रानी की होती है। सो रात में अच्छी तरह पढ़ पाऊँगी।
मेरे इस निबंध को शामिल करने हेतु बहुत बहुत आभार। कक्षा नौंवी की एक बच्ची को भाषण देना था, उसी के लिए लिखा था। ब्लॉग पर डाल दिया ताकि आगे भी किसी के काम आ जाए।
सादर धन्यवाद भाईसाहब।
बहुत सुंदर सार्थक रचनाओं का संकलन।
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