जो देता है उसकी भी गरिमा
समाप्त नहीं होता। देने वाला परम आनंद का
अनुभव करता है और माँगने वाला परम आनंद से गदगद।
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शुभ प्रभात....
जवाब देंहटाएंपसंद आई फटाफट प्रस्तुति
शुक्रिया आभार और धन्यवाद भी
रचनाए भी उत्तम चुनी आपने
सादर
सुंदर प्रस्तुति। आभार मुझे भी स्थान देने हेतु।
जवाब देंहटाएंत्रुटि, एक ऐसा शब्द जो हमें बचपन से आजतक परिपक्व बनाने में सहायक रहा है। अतः परिपक्वता की ओर बढते इस कदम का पुरजोर स्वागत है।
युवा होना झलकता है उम्दा प्रस्तुतीकरण से
जवाब देंहटाएंअसीम शुभकामनाओं संग शुभ दिवस
बहुत उम्दा संकलन
जवाब देंहटाएंबहुत बधाई
सुप्रभात
"अब 'क्षमा' की बात करें तो इसका हमारे जीवन में बड़ा महत्व है।
जवाब देंहटाएंजो देता है उसकी भी गरिमा
माँगने वाला सर्वोपरि ! लेन -देन का यह किस्सा यूँ ही
समाप्त नहीं होता। देने वाला परम आनंद का
अनुभव करता है और माँगने वाला परम आनंद से गदगद।
ये संसार इसी मूल पर टिका है ,हम इंसान कितनी भी तरक़्क़ी कर लें,परन्तु इस लेन -देन के बाद होने वाला सुख उन तमाम वैज्ञानिक प्रगति से होने वाले सुख-सुविधाओं से बेहतर है"
वाह ! वाह !! वाह !!!
बहुत सुंदर पंक्तियाँ, मैं इन्हें अपनी डायरी में नोट कर रही हूँ ।
बेहतरीन रचनाएँ । सभी रचनाकारों एवं ध्रुवजी को सादर बधाई ।
बहुत अच्छी भूमिका के साथ सुंदर प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचनाएँ सभी रचनाकारों को बधाई।
धन्यवाद।
लाज़वाब...बहुत सुंदर,बेहतरीन रचनाएँ
जवाब देंहटाएंबहुत मोहक हलचल प्रस्तुति। मेरी रचना को स्थाम देने के लिये ह्रदय से आभार।
जवाब देंहटाएंलाज़वाब प्रस्तुति,सभी रचनाओं ने मन मोह लिया.
जवाब देंहटाएंसादर
बढ़िया प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंवाह !!!
जवाब देंहटाएंध्रुव जी आप अपनी भूमिका में सफल हैं। क्षमा का यहाँ कोई सवाल ही नहीं बल्कि पाठकों और "पाँच लिंकों का आनन्द" परिवार की जानिब आपकी निष्ठा और लगन आपसे ऐसे सराहनीय कार्य करवाती है। आपका हार्दिक आभार एवं ख़ूब सारा शुक्रिया और शानदार प्रस्तुतीकरण के लिए बधाई।
मेरी प्रस्तुति अब रविवार 12-11-2017 को आ रही है।
वक़्त के संयोग के आगे नत-मस्तक हूँ। संभव है कल तक हमारा ब्लॉग 2 लाख पेज़ दृश्य का कीर्तिमान स्थापित करे और आगामी सोमवार को 850 वां विशेषांक ! अर्थात उत्सव...... बधाइयां। यह सब आप सभी के अपार स्नेह और आशीर्वाद से संभव हो पाया है। हम चर्चाकार गदगद हैं इस एहसास के साथ। ब्लॉग सेतु पर लगभग हर समय शीर्ष पर अर्थात नम्बर 1 पोज़ीशन !
आज के अंक में चयनित रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाऐं। आभार सादर। असुबिधा के लिए मेरे अंक के लिए चयनित रचनाकारों से क्षमा प्रार्थी।
बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंशुभ मध्यान्ह
जवाब देंहटाएंएक शानदार प्रस्तुति
तकनीकी खराबी को दूर करने में आप माहिर हैं
आभार
आदर सहित
'क्षमा' शब्द के सुविचार की भूमिका के दार्शनिक भाव की भूमिका से सजी आज की प्रस्तुति बहुत सुंदर बनी है आदरणीय ध्रुव जी।
जवाब देंहटाएंसभी रचनाएँ अत्यंत सराहनीय है।
सभी चयनित रचनाकारों को मेरी बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएँ।
बहुत ही सुन्दर पठनीय लिंक संकलन....
जवाब देंहटाएं"क्षमा"माँगने वाला भी महान और देने वाला और महान.... वाह!!!क्या शब्द चुना आपने विमर्श के लिए और साथ मे बेहतरीन भावाभिव्यक्ति के साथ उत्तम विचार
भी ....
बहुत ही लाजवाब प्रस्तुतिकरण....
बहुत ही सुंदर
जवाब देंहटाएंबहुत देर से आ सका...
आभार सर आप का....