आपसभी का स्नेहिल अभिवादन।
नित नए सपनों के शीशमहल, कितने
अभिलाषों का कोई अभिलेख
नहीं होता, फिर भी हम
लिखते हैं रेत पर
उम्मीद भरी
कविता
मिलते हैं अगले अंक में।
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
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आनन फ़ानन में भी सुंदर अंक! दिग्विजय भाई के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूँ!प्यार और शुभकामनायें प्रिय श्वेता ❤️❤️🙏
जवाब देंहटाएंशानदार अंक
जवाब देंहटाएंसुंदर रचनाओं से सुसज्जित अंक में मेरे ब्लॉग को सम्मिलित करने के लिए आभार !
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