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बुधवार, 29 सितंबर 2021

3166..सपनों के गाँव में..

 ।। उषा स्वस्ति।।


ऊषे!

किसका सन्देशा लाई हो

चिर प्रकाश या चिर अन्धकार का?

अरुणिम वेला में आकर अम्बर पर

बनकर प्रकाश की पथचरी

चिर अनुचरी!

उसके आने का सन्देशा देकर

फिर पथ से हट जाती हो..!!

 विजयदान देथा 'बिज्‍जी'

 लायी हूँ शब्दों की कुछ खास बातें..महसूस करिये इन्हें पढकर ,तो चलिये जल्दी जल्दी हो आते हैं इन लिंकों की ओर...✍️

अस्तित्त्व और चेतना 

ज्यों हंस के श्वेत पंखों में 

बसी है धवलता 

हरे-भरे जंगल में रची-बसी हरीतिमा 

जैसे चाँद से पृथक

🔅🔅


आज रात बहुत कठिनाई से

किसी की चाहत से बड़ा  

उसका कोई खरीदार  नहीं है |

दुविधा में हूँ जाऊं या न जाऊं

स्वप्नों के उस बाजार

🔅🔅


      - डॉ शरद सिंह

नदी 
पहाड़ों के अपने 
उद्गम से निकल कर
बहती है
पठारों की ओर
अनगिनत घाटों में
स्नान करते हैं लोग
उसके जल में

🔅🔅

बस्तर की अभिव्यक्ति -जैसे कोई झरना....

लाल रंग से चिन्हित भारतीय क्षेत्र में बसाया गया है एक और नया चीनी गाँव 

हिमांचल प्रदेश और उत्तराखण्ड के बाद अब अरुणांचल प्रदेश में भी चीनी बसाहट का दूरदर्शी अभियान प्रारम्भ हो चुका है जिसका प्रतिकार करने के लिये भारत को कोई ठोस कदम उठाना होगा ।

छीन-झपट और गुण्डई में विश्वास रखने वाले चीन का सामाजिक और राजनीतिक इतिहास उथल-पुथल से भरा रहा है । चीन में प्रचलित कन्फ़्यूसियनिज़्म

🔅🔅

ज़िन्दगी तुझसे अब पहली वाली मुलाकात नही होती...

कुछ कभी अच्छा नही लगता,कुछ मेरे जैसी बात नही होती,

ज़िन्दगी तुझसे अब पहली वाली मुलाकात नही होती,

वक़्त के दरिया में तिनके सा बहा जाता हूँ,

कोई मौजे नही उठती कोई बरसात नही होती,..

।।इति शम।।

धन्यवाद

पम्मी सिंह 'तृप्ति'..✍️


6 टिप्‍पणियां:

  1. विजयदान को साथ सुन्दर आगाज़
    शानदार अंक
    आभार
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. ज़िंदगी को समझने और समझाने का प्रयास करती रचनाओं से सजा अंक जैसे फूलों से गुलदान, आभार !

    जवाब देंहटाएं
  3. एक से बढ़कर एक लिंक। बहुत ख़ूब।

    जवाब देंहटाएं
  4. किसका सन्देशा लाई हो

    चिर प्रकाश या चिर अन्धकार का?

    रास्ते बस इन लिंक्स की तरह जगमगाते रहने चाहिए
    आभार

    जवाब देंहटाएं

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