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शुक्रवार, 14 फ़रवरी 2025
4399...शिव की शक्ति
5 टिप्पणियां:
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प्रेम को परिभाषित करने में
जवाब देंहटाएंहर शब्द, हर भाव
असमर्थ हो जाते है।
प्रेम की कोई भाषा नहीं
सुंदर अंक
आभार
वंदन
वाह! श्वेता ,शानदार भूमिका .!!.प्रेम मनुष्य को साधारण से विशेष होने की अनुभूति कराता है ..सच कहा आपनें ...सुंदर अंक ।
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार। आज तो शुक्र भी अपने ही घर ❤️ में था। शुभ वसंतोत्सव🙏🏼🙏🏼🙏🏼बहुत ही खूबसूरत पुरोवाक और उतनी ही मनभावन प्रस्तुति🌹🌹🌹🙏🏼🙏🏼🙏🏼चरैवेति, चरैवेति। शुभकामनाएं!!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर अंक, बधाई श्वेता जी !
जवाब देंहटाएंप्रेम शब्दों से परे।
जवाब देंहटाएंसुंदर रचनाओं का संकलन। मेरी पोस्ट को स्थान देने के लिए हार्दिक आभार।