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शुक्रवार, 16 दिसंबर 2022
3609....चाँद झोली में छुपाकर
नभ के
आँखों की,ख़्वाबभरी अधखुली
12 टिप्पणियां:
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एक कमाल का संकलन … सभी रचनाएँ दिल में उतरेंगी … आभार मेरी रचना को जगह देने में लिए …
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंरचना के बाहर रचना
रचना के अंदर रचना
कमाल के परिवर्तन
हमारे इस ब्लॉग मे
परिलक्षित हो रहे है
परिवर्तन तो निहित है
हममें ,आपमें...
साल में , और हाल मे भी
आभार इस सुन्दर अंक के लिए
सादर
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत अंक ।
जवाब देंहटाएंवाह
जवाब देंहटाएंउम्दा प्रस्तुति
वेहतरीन संकलन, सभी रचनाकारों को बधाई
जवाब देंहटाएंसाल की बोतल में बची दिसंबर की
जवाब देंहटाएंठंडी बूँदों को घूँट-घूँट पीता समय
सच, ये साल भी मुठ्ठी के रेत सा हाथों से फिसलता जा रहा है।
सही कहा दी ने "रचना के बाहर रचना, रचना के भीतर रचना"
लाजबाव हलचल प्रस्तुति प्रिय आपने श्वेता जी
और इस बेहतरीन संकलन में मुझे भी स्थान देने के लिए आपका दिल से शुक्रिया। आप सभी को हृदयतल से अभिवादन
इस साल की बोतल तो खत्म होने की कगार पर है । कुछ ही बूंदें बची हैं ।नई बोतल का ढक्कन जब खुलेगा फिर बूँद दर बूँद पीता रहेगा समय ।
जवाब देंहटाएंहर रचना पर विशेष टिपण्णी शब्दों का कमाल है ।
सारी रचनाएँ पढ़ते हुए कुछ ऐसा ही लगा कि --
चाँद झोली में छिपा रात ऊपर जाएगी और शायद मंज़िल भी पा जाए ।लेकिन प्रेम कहानियाँ कुछ असंगत होते हुए भी प्रेम से सराबोर होती हैं ।लेकिन केवल इंसानों से ही प्रेम क्यों ? जिस प्रकृति से हम इतना सब कुछ लेते हैं उसका भी संरक्षण आवश्यक है । फ़िल्म उद्योग इसमें बेहतर भूमिका निभा सकता है ।
सूत्रों का बेहतरीन संकलन । आभार ।
बहुत बढ़िया।
जवाब देंहटाएंउत्कृष्ट लिंको से सजी लाजवाब हलचल प्रस्तुति मनमोहक सारगर्भित समीक्षाओं के साथ...
जवाब देंहटाएंसाल की बोतल में बची दिसंबर की
ठंडी बूँदों को घूँट-घूँट पीता समय
अद्भुत एवं अआकर्षक शुरुआत
वाह!!!
देर से आने के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ प्रिय श्वेता।इतने सुन्दर अंक में सुन्दर रचनाओं पर तुम्हारी काव्यात्मक प्रतिक्रिया सोने पे सुहागे सरीखी हैं।यशोदा दीदी के शब्दों में ' रचना के बाहर रचना और रचना के भीतर [रचना '- एकदम सटीक है।सभी रचनाकारों कौ बधाई।तुम्हें आभार और शुभकामनाएँ।♥️
जवाब देंहटाएंअच्छी जानकारी !! आपकी अगली पोस्ट का इंतजार नहीं कर सकता!
जवाब देंहटाएंgreetings from malaysia
let's be friend