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बुधवार, 29 जुलाई 2015

आज तीसरा दिन है कलाम के बगैर...ग्यारहवां अंक


आज तीसरा दिन है कलाम के बगैर...
कहीं नहीं गए हैं वो


हैं अभी भी
हमारे दिल मे..


दिल की धड़कन में...
ज्ञान में...


विज्ञान में...
सोचें जरा.....

कहां नही हैं वे...
साष्टांग दण्डवत् नमन..

चलें आज की अपनी प्रकिया पूरी करें
भरे मन से....

लाज़िमी है आँख नम होना किसी का प्यार में। 
खासकर जब आदमी अच्छा लगे व्यवहार में। । 


न हिन्दू न मुसलमान ,
एक हर दिल अज़ीम इंसान
श्रद्धांजलि मिसाइल मैन! 
सादगी और विनम्रता की प्रतिमूर्ति 
कलाम साहब 
सदैव हमारे प्रेरणास्रोत रहेंगे 
रफ्ता-रफ्ता सारे सपने पलकों पर ही सो गये , 


मैं समंदर हूँ मुझको नदी चाहिए 
ज़िन्दगी में मुझे भी ख़ुशी चाहिए 


कुछ शब की चूनर के तारे बन नज़रों से दूर हुए , 
कुछ घुल कर आहों में पुर नम बादल काले हो गये !



Reiki Healer
Applying Reiki is practical and useful. It accelerates and strengthens any healing process from bruising to chronic illness to mental/emotional imbalance. Reiki can be used at any time and in any situation when we can lay our hands on ourselves or another.


विदा लेती हूँ मैं
आज्ञा दीजिये यशोदा को
सुनिये ये गीत..
.........................









6 टिप्‍पणियां:

  1. सुन्दर और सामयिक लिंक्स।
    मेरी रचना को स्थान देने के लिए आभार हूँ।

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत ही सुन्दर, सरस एवं सराहनीय प्रयास है आपका यशोदा जी ! अपनी रचना को यहाँ देख कर सुखद अनुभूति हो रही है ! आभार आपका हृदय से !

    जवाब देंहटाएं
  3. फिजाँ में है तो बस आज एक कलाम है
    हर दिल अजीज को सलाम है सलाम है ।

    जवाब देंहटाएं
  4. आपका ब्लाग बहुत अच्छा है। सामग्री पठनीय है। बधाई।
    अशोक मिश्र
    स्थानीय संपादक
    दैनिक न्यू ब्राइट स्टार, गुडग़ांव, हरियाणा

    जवाब देंहटाएं
  5. आपका ब्लाग बहुत अच्छा है। सामग्री पठनीय है। बधाई।
    अशोक मिश्र
    स्थानीय संपादक
    दैनिक न्यू ब्राइट स्टार, गुडग़ांव, हरियाणा

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