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सोमवार, 8 मई 2023

3751 ..विश्व रेडक्रॉस दिवस अन्तर्राष्ट्रीय स्वंयसेवक दिवस के रूप में मनाया जाता है।

सादर अभिवादन

विश्व रेडक्रॉस दिवस अन्तर्राष्ट्रीय स्वंयसेवक दिवस के रूप में मनाया जाता है। लगभग 150 वर्षों से पूरे विश्व में रेडक्रॉस के स्वंय सेवक असहाय एवं पीड़ित मानवता की सहायता के लिए काम करते आ रहे हैं। भारत में वर्ष 1920 में पार्लियामेंट्री एक्ट के तहत भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी का गठन हुआ, तब से रेडक्रॉस के स्वंय सेवक विभिन्न प्रकार के आपदाओं में निरंतर निस्वार्थ भावना से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अन्तर्राष्ट्रीय रेडक्रॉस ने इस वर्ष अन्तर्राष्ट्रीय रेडक्रॉस का अपने अन्दर के स्वयं सेवक को पहचानें का नारा दिया है। विश्व के लगभग दो सौ देश किसी एक विचार पर सहमत हैं तो वह है रेडक्रॉस के विचार। युद्ध के मैदान में घायल 
सैनिकों की चिकित्सा के साथ प्रकृति के महाविनाश के बीच फंसे लोगों की 
मदद के लिए हमेशा डटा रहता है रेडक्रॉस।


रचनाएँ देखें.....



उन्हीं सपनों का ज़िक्र
कर रहा हूँ
जो मैंने देखे थे
थोड़ा सा अपने लिए
थोड़ा किसी और के लिए




मीठी धुन में गीत सुनाबे।
मोरे मन में प्रीत बढ़ाबे।
मन में खिला से कलिया,
बैठ अमवा की डलिया ।




अलसायी सोयी पेड़ों में
ज्वर-पीड़िता बयार
बिगड़े देख सूर्य के तेवर
चढ़ता तेज बुखार
तप्त हवा के उच्छ्वासों में
लपटों जैसी पीर
सूरज की प्रत्यंचा पर




दुर्योधनों की भरमार  है
कौरवो  की सभा लगी है
दुर्योधन बेअंत
धृतराष्ट्र मोह स्वच्छंद
गांधारी सम यह समाज
द्रोपदी चीख चिल्ला रही

आज के लिए बस
सादर

3 टिप्‍पणियां:

  1. सुन्दर संकलन विश्व रेड क्रॉस दिवस द्वारा अद्वितीय सेवा ....
    सभी रचनाएं सार गर्भित .. मेरे द्वारा सृजित रचना दुर्योधनों का अंत करो को शामिल करने के लिए धन्यवाद..

    जवाब देंहटाएं
  2. सुंदर भूमिका के साथ ,शानदार प्रस्तुतीकरण।

    जवाब देंहटाएं

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