शब्द | पर्यायवाची |
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अंत | स्वर्गवास, मरण, मृत्यु, देहांत, मौत |
कब होगी सुरसा का अंत समस्याओं की
सभी को यथायोग्य
प्रणामाशीष
चाहे मालामाल हो चाहे हो कंगाल ।
हर कोई कहता मिला, दुनिया है जंजाल।।
राजनीति का व्याकरण, कुर्सीवाला पाठ।
पढ़ा रहे हैं सब हमें, सोलह दूनी आठ।।
‘‘कार्ड से भुगतान करना है। कितने का बिल है?’’
‘‘नौ सौ रुपए हुए। लेकिन, अभी कार्ड से भुगतान नहीं कर सकते।
काम नहीं कर रहा है। कैश ही देने होंगे।’’
‘‘कैश नहीं हैं मैडम’’
‘‘तो थोड़ा इन्तजार कीजिए ..... ठीक होने तक।’’
इतना बोलकर मैडम अपनी कुरसी पर बैठ गयी।
मैं बगल में खड़ा इन्तजार करता रहा। पूरे पांच घंटे बीत चुके!
जो कोई आता, तिरछी नजर से मेरी ओर देखता।
मैं बुरी तरह फंस चुका था। किसी तरह घंटों अपना मुंह
हर आने-जाने वालों से छुपाता रहा। अंत में रात को
अपना बिल चुका पाया और किसी तरह आफत टली।
‘‘नौ सौ रुपए हुए। लेकिन, अभी कार्ड से भुगतान नहीं कर सकते।
काम नहीं कर रहा है। कैश ही देने होंगे।’’
‘‘कैश नहीं हैं मैडम’’
‘‘तो थोड़ा इन्तजार कीजिए ..... ठीक होने तक।’’
इतना बोलकर मैडम अपनी कुरसी पर बैठ गयी।
मैं बगल में खड़ा इन्तजार करता रहा। पूरे पांच घंटे बीत चुके!
जो कोई आता, तिरछी नजर से मेरी ओर देखता।
मैं बुरी तरह फंस चुका था। किसी तरह घंटों अपना मुंह
हर आने-जाने वालों से छुपाता रहा। अंत में रात को
अपना बिल चुका पाया और किसी तरह आफत टली।
अमन का मतलब है
ख़ूबसूरती के क़दमों में रख देना सारे हथियार-
ओस में भीगता हुआ लोहा जंग खाता है आख़िरकार
*
अमन का मतलब है इस बात का खरा-सच्चा इक़बाल
क्या किया गया क़त्ल हुए इंसान के साये का हाल
*
अमन का मतलब है फिर से अपने बाग़ीचों में होना
और फिर से अपनी पसंद की फ़सलों को बोना
जब 31 दिसंबर की रात को ठीक १२ बजे
घनघना उठेगी मेरे फोन की घंटी
तो उसी तरह उत्साह से भर कर
फिर से कहूँगी
” Happy New Year ”
स्वागत में आगत के बिछा दूँगी
स्वप्नों के कालीन
सजा दूँगी आशाओं के गुलदस्ते
और दरवाजे पर
टांग दूँगी
उम्मीदों के बंदनवार
क्योंकि उम्मीदों का जिन्दा रहना
मेरे जिन्दा होने का सबूत है
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फिर मिलेंगे ...... तब तक के लिए