करप्शन की गंगोत्री राजनीति से निकलती है, अब तो मान लीजिए...! - पुण्य प्रसून बाजपेयी
हफ्ते भर पहले ही चुनाव आयोग ने देश में रजिस्टर्ड राजनीतिक दलों की सूचीजारी की। जिसमें 7 राष्ट्रीय राजनीतिक दल और 58 क्षेत्रीय राजनीतिक दलों का जिक्र है। लेकिन महत्वपूर्ण वो सूची है, जो राजनीतिक तौर पर रजिस्टर्ड तो हो चुकी है और राजनीतिक दल के तौर पर रजिस्टर्ड कराने के बाद इस सूची में हर राजनीतिक दल को वह सारे लाभ मिलते है जो टैक्स में छूट से लेकर। देसी और विदेशी चंदे को ले सकते हैं। बीस हजार से कम चंदा लेने पर किसी को बताना भी नहीं होता कि चंदा देने वाला कौन है। और इस फेहरिस्त में अब जब ये खबर आई कि चुनाव आयोग 200 राजनीतिक दलों को अपनी सूची से बाहर कर रहा है।
आवाज़... करुणा सक्सेना
एक दिन
उम्र के ढलते पड़ाव पर
कुछ ठिठक कर
देखा मैंने मुड़कर
कई आवाज़ें खड़ी कतारबद्ध
बुला रहीं थीं मुझे...
ऐसा वर चाहिए…ज्योति देहलीवाल
''आंटी मुझे ऐसा वर चाहिए,
जो पर्सनैलिटी में सलमान जैसा हो, परफेक्टनेस में आमिर जैसा हो, सूरत में अभिषेक बच्चन जैसा हो, स्ट्रॉंगनेस में सनी देओल जैसा हो और कॉमेडियन कपिल शर्मा जैसा हो।
और आज का शीर्षक
‘उलूक’ के लिखे को
ना ये पढ़ते हैं
ना वो पढ़ते है
करने वालों के
करने का लिखना
तू जा कर पढ़ना
कुछ नहीं करने वाले से
तुझे क्या लेना देना
उसे लिखने दे ना
आज सुबह दस से शाम पाँच तक
बिजली बंद थी..
और मैं बना बैठा रहा
उसके आने की ताक में
आज्ञा दें अब
दिग्विजय को...
वाह...
जवाब देंहटाएंशानदार चयन
सादर
सुन्दर हलचल दिग्विजय जी। 'उलूक' के सूत्र 'कुछ करने वाले खुद नहीं लिखते हैं अपने किये कराये पर किसी से लिखाते हैं' को स्थान देने के लिये आभार।
जवाब देंहटाएंआपके मेहनत का आभारी हैं
जवाब देंहटाएंशुभप्रभात....
जवाब देंहटाएंसुंदर संकलन....
आप जब आते हैं....
कुछ नया लगता है...
हमारी प्रस्तुतियां तो आम बात है....
आभार सर आप का...
बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुन्दर संकलन। आभार।
जवाब देंहटाएंवाह आज का संकलन भी कमाल है .... आभार मुझे शामिल करने का ...
जवाब देंहटाएंबहुत ही शानदार हैं | Thanks for sharing
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