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गुरुवार, 10 सितंबर 2015

आज से प्रारम्भ दो दिवसीय विश्व हिन्दी सम्मेलन ....चौपनवाँ पन्ना














आज मध्य प्रदेश की राजधानी, भोपाल में
विश्व हिन्दी सम्मेलन
का शुभारम्भ हो रहा है,
हिन्दी कवि एवं लेखक उत्साहित हैं
इस सम्मेलन में उन्हें बहुत अपेक्षाएँ हैं
और क्यों न हो...
स्वाभाविक है...
हिन्दी नैपथ्य में जा रही है
और उसका स्थान
हिंग्लिश लेता जा रहा है
जो कि सोचनीय है....

चलिए चलते हैं आज की पसंदीदा रचनाओं की ओर...


अब आया हिन्दी सोशल नेटवर्किंग साइट ‘मूषक’
दसवें विश्व हिन्दी सम्मेलन में शिरकत करने आए पुणे के अनुराग गौड़ एवं उनके साथियों ने आज यहां ‘ट्विटर’ की तर्ज पर पूरी तरह हिन्दी में काम करने वाला ‘मूषक’ सोशल नेटवर्किंग साइट देशवासियों और हिन्दी प्रेमियों के लिए पेश किया है।
हिन्दी सोशल नेटवर्किंग साइट ‘मूषक’ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी :सीईओ: अनुराग गौड़ ने बताया कि जहां ट्विटर पर शब्दों की समय सीमा 140 शब्द हैं, वहीं हमने मूषक पर इसे 500 रखा है। कम्प्यूटर अथवा स्मार्टफोन पर हिन्दी टाइप करना रोमन लिपि पर आधारित है, इसलिए लोग हिन्दी लिखने से कतराते हैं।


बचे  न   मुल्क   वह   चिराग   जलाए   रखिये ।
उन  लुटेरों  की  सियासत  को  चलाए   रखिये ।।

खा  गए  शौक  से  चारा  जो  मवेशी  का यहां।
उनकी खिदमत में इलेक्शन को सजाये रखिये।।


हे ! जगत के पालन हार
सुन्दर सृष्टि रचने वाले
बना दिया सब कुछ तुमने
तुमको लाख प्रणाम .


सबको सबसे आस मुसाफिर
कुछ तो खासमखास मुसाफिर
कहते अक्सर लोग उसी ने
तोडा है विश्वास मुसाफिर


नेकियों के लिबास से, ढक लो बदन तुम अपना 
भगवान के घर कपड़ों की दुकान नहीं है
रूह बदलती है यहाँ रोज घरौंदा
उसका कोई अपना मकान नहीं है |


सुधिजन हिन्दी टायपिंग को लेकर परेशान हैं
मेरे सिवा...
मैंने यूनीकोड को बाहर लिकलवा लिया है
ये सभी कम्प्यूटर व लैपटॉप पर मौजूद रहती है
मैं सीधे इनस्क्रिप्ट की बोर्ड से सीधे हिन्दी मे टाईप करती हूँ
कोई भी कम्प्यूटर का जानकार दो मिनट में बाहर ला देगा

अब आज्ञा दें यशोदा को...


सुनिए भूले-बिसरे गीत...












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