आज बस
देखती हूँ कल अवकाश मिला तो
मिलूँगी मुखरित मौन में
सादर
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
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पुनर्मूल्यांकन तो हो गया स्वतः
जवाब देंहटाएंआपने रचना का चयन किया
आभार..
सादर..
सुप्रभात !
जवाब देंहटाएंप्रिय दिव्या जी, सुंदर तथा पठनीय रचनाओं के संकलन संयोजन तथा शानदार प्रस्तुतीकरण के लिए आपका बहुत अभिनंदन और बधाई,मेरी रचना को शामिल करने के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करती हूं,आपको ढेरों शुभकामनाएं, सस्नेह जिज्ञासा सिंह ।
आभारी हूँ प्रिय दिबू।
जवाब देंहटाएंसस्नेह शुक्रिया।
सुन्दर और बेहतरीन संकलन । संकलन में सृजन साझा करने के लिए हार्दिक आभार दिव्या जी ।
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंवाह
जवाब देंहटाएंबहुत ही कमाल का संयोजन
सभी रचनाकारों को बधाई
बेहतरीन रचना संकलन एवं प्रस्तुति सभी रचनाएं उत्तम रचनाकारों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं मेरी रचना को स्थान देने के लिए सहृदय आभार 🙏 सादर
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