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मंगलवार, 16 मार्च 2021

2069 ...क्या है लोगों को भुलक्कड़ बनाने वाली भूलन जड़ी की मान्यता

सादर अभिवादन
एक स्मित हास्य ....
भैया जी को फ्लैट बेचने वाली कंपनी की सेल्स गर्ल के लगातार फ्लैट खरीदने के फोन आ रहे थे। 
तो उन्होंने टालने के हिसाब से बोल दिया कि आज रात 7-8 बजे के बीच आ जाऊंगा, 
हुआ यों कि उसी दिन करवा चौथ का दिन पड़ गया था।

उसके बाद उनके घर से फोन आया कि आते समय बाजार से छलनी लेते आना, 
ऑफिस छूटने के बाद भैया जी बाजार गये और एक छलनी खरीदी, 
मंदी के कारण एक छलनी पर एक छलनी  फ्री में मिल रही थी।

भैया जी दोनों छलनी लेकर करीब 7:30 पर घर पहुंचे और फ्रेश होने चले गए। 
भाभी जी ने झोला चेक किया तो उनको दो छलनी दिखी तो उनका माथा ठनका।

तभी उस सेल्स गर्ल का फोन आ गया, जिसे भाभी जी ने उठाया, तो वो बोली कि 
"सर आपने वादा किया था कि आप आठ बजे तक आएंगे? 
मैं कब से तैयार होकर आपका इंतज़ार कर रही हूं।"

उसके बाद क्या हुआ होगा, आप बताओ...

अब रचनाएँ...
शुरुआत अजब-गजब से.....
छत्तीसगढ़ के घने जंगलों में कई प्रकार की जड़ी-बूटियां मिलती हैं, जिनका इस्तेमाल आदिवासी अपने खाने में और दवाइयों के लिए करते हैं। ऐसी ही एक जड़ी है भूलन जड़ी। भूलन जड़ी का नाम अगर आपको अजीब लग रहा हो, तो आप बिल्कुल सही हैं, क्योंकि इस नाम के पीछे का कारण भी उतना ही अजीब है। (इस ब्लॉग में शेयर व कमेंट करने की जगह नहीं है)


निज की खातिर बहुत जी लिए
अब औरों हित जीना सीखें,
जगती के इस महा हवन में
स्वयं पावन आहुति सौंपें !


रात के मानिंद तिरगी है आजकल दिन में
सूरज से  कतरा भर आबताब  मागूंगा  मैं

कुछ और बेशकीमती अश़आर कह सके तनहा
खुदा  से  कुछ  और नए अल्फ़ाज  मागूंगा  मैं


कटे
पेड़
के शरीरों वाला जंगल
हमारे समाज की
आखिर सीमा है।
मैं
इतना जानता हूँ
बिना
पेड़ों वाली सुबह
हो नहीं सकती।
.....
लिंक सहयोग
सखी श्वेता और सखी पम्मी
आज बस
कल मिलिएगा पम्मी सखी से
सादर


 

7 टिप्‍पणियां:

  1. सभी लिंक बहुत सुंदर हैं। सभी रचनाकारों को ढेरों शुभकामनाएँ।

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत आभार यशोदा जी...। शानदार है सभी लिंक..। खूब बधाई

    जवाब देंहटाएं
  3. वाह, मजेदार भूमिका के साथ-साथ पठनीय लिंक्स का चयन, आभार यशोदा जी !

    जवाब देंहटाएं
  4. कहानी बहुत सुन्दर है ऐसे संयोग भी होते हैं....

    जवाब देंहटाएं
  5. "उसके बाद क्या हुआ होगा, आप बताओ..."

    सब जानते है दी.....हास्य भरी भूमिका और सुंदर लिंकों का चयन,लाज़बाब प्रस्तुति दी,सादर नमन आपको

    जवाब देंहटाएं

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