निवेदन।


फ़ॉलोअर

रविवार, 13 अगस्त 2023

3848.....ऐ मातृभूमि तेरी जय हो

जय मां हाटेशवरी......
सादर नमन......
ऐ मातृभूमि तेरी जय हो, सदा विजय हो ।
प्रत्येक भक्त तेरा, सुख-शांति-कान्तिमय हो ।।
अज्ञान की निशा में, दुख से भरी दिशा में,
संसार के हृदय में तेरी प्रभा उदय हो ।
तेरा प्रकोप सारे जग का महाप्रलय हो ।।
तेरी प्रसन्नता ही आनन्द का विषय हो ।।
वह भक्ति दे कि 'बिस्मिल' सुख में तुझे न भूले,
वह शक्ति दे कि दुःख में कायर न यह हृदय हो ।।

अब पढ़िये आज के लिये मेरी पसंद.....

वो
नज़्म में
लिपटकर
रोटियाँ नहीं आतीं
कोई तो जगह
बता दो साहब
जहाँ बेची,
बेटियाँ नहीं जाती

तुम्हारा साथ
तुम्हारे सिर को अपनी गोद में रख कर 
सहलाते हुए तुम्हारे बाल 
तुमसे कहूं सब कुशल होगा मंगल होगा ।
कुछ ऐसा है तुम्हारा और मेरा साथ।

 

तेरे कहने से कब्र नहीं खुदती
किया करते हैं आज हम मस्ती 
मर जाए हम ना सोचें 
झगड़ों का शोर नहीं मस्ती का दौर है
निस दिन रात प्यारी नर्गिसी भोर है

दोहे "मृग नयनी की बात"
आदत पल-पल बदलता, कलयुग में इंसान। 
देख जगत के ढंग को, बदल रहा भगवान।।
--
सब अपने को कर रहे, सच्चा सेवक सिद्ध। 
मांस नोचने के लिए, मँडराते हैं गिद्ध।।

काग़ज़ की नाव
मिट्टी के खिलौने बिखरे पड़े हैं दूर तक
बेतरतीब,
मुंडेर पर रोज़ उतरता है चांद, शीशे की
हैं सीढ़ियां,
फिर लौट कर उसी जगह पे काश हम
पहुंच पाते,

अंत में आप सभी को......
स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं......
धन्यवाद....

3 टिप्‍पणियां:

  1. ऐ मातृभूमि तेरी जय हो, सदा विजय हो ।
    प्रत्येक भक्त तेरा, सुख-शांति-कान्तिमय हो ।।
    सुंदर अंक..
    आभार
    सादर

    जवाब देंहटाएं

आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें

आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।

टिप्पणीकारों से निवेदन

1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।




Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...