।। उषा स्वस्ति ।।
सभी के हिस्से में कोई कहानी आती है
किसी किसी को ही लेकिन सुनानी आती है
पुराने ख़्वाब का रोना तो ख़ैर जाने दें
हमें तो नींद भी अक्सर पुरानी आती है
वो दिन उसी का था जिसको गुजारना आया
ये रात उसी की है जिसको बितानी आती है
राजेश रेड्डी
चलिए आज की पेशकश में शामिल विचारों, ग़जलों, कविताओं संग गुजारें कुछ पल ... सच ही है कि सबके हिस्से में कोई कहानी आती है, इसी खूबसूरत शे'र के साथ....✍️
दिल मे जब सूरत बसा ली जाएगी
दुश्मनी कुछ यूँ निकाली जाएगी ।
बेसबब इज्ज़त उछाली जाएगी ।।
जब तलक जलते रहेंगे दिल यहाँ ।
आग उन पर और डाली जाएगी ।।
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एक व्यवस्थागत षडयंत्र है हिजाब विवाद… ऐसे हुआ खुलासा
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मारे दुलारे भड़भाड़े कै बुकवा
भड़भाड़ जानते हैं? मुझे इसका नाम हिंदी या अंग्रेजी में नहीं पता है. खोजने का मन भी नहीं है. अद्भुत फूल है यह. अम्मा या मम्मी से सुना है कि पहले जो लोग मिट्टी का तेल नहीं खरीद पाते थे उनके लिए यह उजाले का साधन था.
कमल दल पर ठहरीओस की पारदर्शीप्रच्छन्न बूंदों में ,चेहरे की नमकीनियत में,मिट्टी की नमी में,मेहनत के पसीने में,ठंडी छाछ में, ?
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।। इति शम ।।
धन्यवाद
पम्मी सिंह 'तृप्ति'..✍️
अच्छी रचनाओं का चयन
जवाब देंहटाएंआभार..
सादर..
वैविध्यपूर्ण रचनाओं का सुंदर और रोचक संकलन ।
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार ।
बहुत बहुत शुभकामनाएँ पम्मी जी🌻🌻❤️❤️
सुंदर संकलन
जवाब देंहटाएंमेरी ब्लॉगपोस्ट को अपने लिंकों में शामिल करने के लिए धन्यवाद पम्मी जी और राजेश रेड्डी जी की गज़ल और भी शानदार रही
जवाब देंहटाएंरोचक अंक की विविधता बहुत भायी. सभी लेखकों को अभिवादन और अभिनन्दन पहुंचे.
जवाब देंहटाएंपम्मी जी, श्रेष्ठ रचनाओं के मध्य स्थान देने के लिए बहुत धन्यवाद.
आशा है, जिन्होंने कविता पढ़ी, उन्होंने सुनी भी होगी. चित्र के नीचे दिए ऑडियो लिंक पर. कृपया अपनी प्रतिक्रिया से अवगत कराएं .ऑडियो लिंक को प्रस्तुत करने का कोई और तरीका आपको पता हो तो वह भी बताएं.
बहुत सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर और भावपूर्ण प्रस्तुति प्रिय पम्मी जी।बहुत रोचक सूत्रों से सजी प्रस्तुति के लिए आभार और धन्यवाद ❤🙏
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर सराहनीय प्रस्तुति आदरणीया पम्मी जी,सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें
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