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बुधवार, 2 अक्टूबर 2024

4264..अहिंसक शस्त्र..

 ।।प्रातःवंदन।।

2 अक्‍तूबर महात्‍मा गांधी का जन्‍मदिन... सियासी गलियारों से लेकर सामाजिक चौखटों तक शांति का पाठ.. सच तो ये है कि आसान कहाँ है महात्मा गाँधी बनना ..

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर शुभकामनाएँ .इसी के साथ चर्चा को आगे बढाते हुए..

 प्रभावकारी अहिंसक शस्त्र


मौन धारण

गांधी जी प्रायः सप्ताह में एक दिन मौन धारण किया करते थे और दिन होता था सोमवार। इसके द्वारा वे अपने गले को सुरक्षित रखना चाहते थे और अपने शरीर में साम्य। अपना मौन वे दो ही परिस्थिति में तोड़ 

मिट जाएँगे संशय उर से 


झाँकें कान्हा के नयनों में

प्रेम समंदर एक झलकता, 

डूब गई थी राधा जिसमें ..

✨️

मिनिमल लाइफ गारंटी

हम जी रहे हैं

कार्पोरेट लव

कार्पोरेट फीलिंग्स

कार्पोरेट रिलेशनशिप..

✨️

मैं रुक ही नहीं सकती!

बढ़ने दो मुझे,

मैं रुक ही नहीं सकती,

किसी भी बेड़ी में बंध ही नहीं सकती,

वक़्त कम है, मैं थम ही नहीं सकती।  

।।इति शम।।

धन्यवाद 

पम्मी सिंह ' तृप्ति '..✍️

4 टिप्‍पणियां:

  1. पितृमोक्ष अमावस्या
    शास्त्री जयंती
    गांधी जयंती
    सादर वंदन

    जवाब देंहटाएं
  2. मेरी रचना को यहाँ स्थान देने के लिए धन्यवाद्!

    जवाब देंहटाएं
  3. महालया के अवसर पर शुभकामनाएँ ! सामयिक भूमिका और पठनीय रचनाओं के लिंक्स, आभार पम्मी जी।

    जवाब देंहटाएं

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