।।प्रातःवंदन।।
2 अक्तूबर महात्मा गांधी का जन्मदिन... सियासी गलियारों से लेकर सामाजिक चौखटों तक शांति का पाठ.. सच तो ये है कि आसान कहाँ है महात्मा गाँधी बनना ..
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर शुभकामनाएँ .इसी के साथ चर्चा को आगे बढाते हुए..
मौन धारण
गांधी जी प्रायः सप्ताह में एक दिन मौन धारण किया करते थे और दिन होता था सोमवार। इसके द्वारा वे अपने गले को सुरक्षित रखना चाहते थे और अपने शरीर में साम्य। अपना मौन वे दो ही परिस्थिति में तोड़
झाँकें कान्हा के नयनों में
प्रेम समंदर एक झलकता,
डूब गई थी राधा जिसमें ..
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मिनिमल लाइफ गारंटी
हम जी रहे हैं
कार्पोरेट लव
कार्पोरेट फीलिंग्स
कार्पोरेट रिलेशनशिप..
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बढ़ने दो मुझे,
मैं रुक ही नहीं सकती,
किसी भी बेड़ी में बंध ही नहीं सकती,
वक़्त कम है, मैं थम ही नहीं सकती।
।।इति शम।।
धन्यवाद
पम्मी सिंह ' तृप्ति '..✍️
पितृमोक्ष अमावस्या
जवाब देंहटाएंशास्त्री जयंती
गांधी जयंती
सादर वंदन
मेरी रचना को यहाँ स्थान देने के लिए धन्यवाद्!
जवाब देंहटाएंमहालया के अवसर पर शुभकामनाएँ ! सामयिक भूमिका और पठनीय रचनाओं के लिंक्स, आभार पम्मी जी।
जवाब देंहटाएंपठनीय लिंक्स
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