सादर नमस्कार
ढूंढ रही वह अपना छौना
तुम्हारी मंजिल
यदि श्मशान घाट ही है
चाहे वह आज हो या
कुछ वर्षों बाद
तो क्या हासिल किया
एक रहस्य
जो अनाम है
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
सादर नमस्कार
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अच्छा अंक
जवाब देंहटाएंहम नहीं आएंगे
आभार
वंदन
"अच्छा अंक
हटाएंहम नहीं आएंगे
आभार
वंदन"
आपको सादर नमन व वंदन भी .. पर .. आप कहाँ नहीं आने की बात बोल रहीं हैं भला सुबह-सुबह 🤔
जी ! .. सुप्रभातम् सह सादर नमन संग आभार आपका .. हमारी बतकही को अपने मंच की अपनी प्रस्तुति में शामिल करने के लिए ...🙏
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात
बेहतरीन रचना संकलन एवं प्रस्तुति सभी रचनाएं उत्तम रचनाकारों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं मेरी रचना को स्थान देने के लिए सहृदय आभार आदरणीय सादर
बढियां अंक
जवाब देंहटाएंवाह!सुन्दर अंक !
जवाब देंहटाएंसुन्दर अंक
जवाब देंहटाएंलाजवाब प्रस्तुति सभी लिंक्स उम्दा एवं पठनीय ..मेरी लघुकथा को भी स्थान देने हेतु तहेदिल से धन्यवाद एवं आभार आदरणीय !
जवाब देंहटाएंकोटिश नमन श्रद्धेय हरि ओम शरण जी को...यहाँ तो जितना प्रचार उतनी ही प्रसिद्धि...। गुण दोष मायने नहीं रखते।