(नहीं सोचते तो कभी कभी सोच लेना चाहिए , सोचने से दिमाग तेज होता हैं ) |
तो आज इसके पीछे की वजह हम बताते हैं |
पार्वती ने पहली बार लास्य नृत्य उनके सामने किया..
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
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सुप्रभात !
जवाब देंहटाएंबेहद खूबसूरत प्रस्तुति ।
सुन्दर बुधवारीय प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर।
जवाब देंहटाएंवाहः
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुतीकरण
सुंदर प्रस्तुति पम्मी जी। ओजस्वी, प्रेरणादायी भूमिका। चयनित रचनाएँ श्रेष्ठ हैं। मेरी रचना को शामिल करने हेतु आभार।
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति पम्मी जी। सभी रचनाएँ एक से बढ़ कर एक हैं। मेरी रचना को शामिल करने के लिये आभार प्रेषित करती हूं। धन्यवाद
जवाब देंहटाएंगुरु रबिन्द्रनाथ टैगोर की पंक्तिया भा गई
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति
सादर
मेरी पोस्ट शामिल करने के लिए धन्यवाद |
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार पम्मी जी
जवाब देंहटाएंखूबसूरत प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचनाओं से सजी प्रस्तुति अच्छी लगी पम्मी जी।
जवाब देंहटाएंसभी से सादर अनुरोध है कि मैंने अपने ब्लॉग 'चिड़िया'का ब्लॉग एड्रेस कुछ तकनीकी समस्याओं के कारण बदल दिया है। नया लिंक है -
जवाब देंहटाएंmeenashharma.blogspot.com
बहुत सुंदर प्रस्तुति सादर नमस्कार
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