माँ षष्ठी उन्हें सफल करे
डॉ. सुशील जी जोशी के चश्में से
यहाँ है
नदी पर जाकर मिलना-जुलना है
यशोदा
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
सुप्रभातम् दी)
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर पठनीय रचनाओं का संकलन है आज के अंक में। मेरी रचना को स्थान देने के लिए हृदय से आभार आपका।
सादर।
शुभ प्रभात सखी
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति
सादर
सुन्दर बुधवारीय हलचल। आभार यशोदा जी 'उलूक' की वर्णान्धता को जगह देने के लिये।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर संकलन और प्रस्तुति यशोदा दी
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर पारण संस्करण!!! बधाई और आभार!!!
जवाब देंहटाएंबेहद खूबसूरत प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंमनमोहक प्रस्तुतीकरण छोटी बहना
जवाब देंहटाएंबेहद सुंदर प्रस्तुति शानदार रचनाएं
जवाब देंहटाएंसुंदर पठनीय संकलन सखी,
जवाब देंहटाएंउम्दा रचनाऐं, सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई।
पुरा अंक आकर्षक।
सादर
शानदार प्रस्तुतिकरण सुन्दर पठनीय लिंक संकलन...
जवाब देंहटाएं