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बुधवार, 18 दिसंबर 2019
1615... छद्म उत्पातों भरा जग..
7 टिप्पणियां:
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सियासत की कसौटी पर परखिये मत वफ़ादारी
जवाब देंहटाएंकिसी दिन इंतक़ामन मेरा गुस्सा बोल सकता है
बेहतरीन अश़आर..
सादर...
हमेशा की तरह लाजवाब प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंवाह!!सुंदर संकलन ।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन भूमिका के साथ पठनीय हलचल
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुन्दर भूमिका व सुन्दर संकलन। मेरी रचना को स्थान देने के लिए सादर आभार ।
जवाब देंहटाएंभावभीनी हलचल ...
जवाब देंहटाएंआभार मेरी रचना को जगह देने के लिए ...