दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
निवेदन।
---
फ़ॉलोअर
बुधवार, 22 मई 2019
1405..ग़र चंद तवारीखी तहरीर बदल दोगे ..
12 टिप्पणियां:
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
शुभ प्रभात...
जवाब देंहटाएंबेमिसाल व सारगर्भित प्रस्तुति
सादर...
वाहः
जवाब देंहटाएंशानदार प्रस्तुतीकरण
पम्मीजी की प्रस्तुति लाज़बाब और पूरे शबाब पर पूर्णिमा के दो दिन बाद भी ( कुसुमजी के आकर्षक बिम्ब विधान में)। आभार और बधाई।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर अंक।
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति ,सादर नमस्कार
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर हलचल संकलन
जवाब देंहटाएंसादर
सुंदर प्रस्तुति ¡निदा फाजली का पहेली अश्आर इंतजार की सीख देता सभी रचनाएं मनभावन सुंदर। अक्षय सेठ की दोनों कविताएँ कुछ अलहदा सा अहसास है लीक से हटकर गहन और गंभीर।
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को शामिल करने के लिए तहे दिल से शुक्रिया ।
सादर।
वाह!!सुंदर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति शानदार रचनाएं
जवाब देंहटाएं